दुमका: पुलिस ने दुमका नगर परिषद की पूर्व भण्डारपाल मुखी मुर्मू को 2 करोड़ 08 लाख रुपए की राशि के गबन के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गबन का यह एफआईआर 06 वर्ष पूर्व 2017 में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी पंकज कुमार ने दर्ज कराई थी. तभी से वह पुलिस के चंगुल से बच रही थी.
वर्ष 2017 में जांच के बाद थाने में दर्ज हुआ था एफआईआर: आपको बता दें कि 19 जुलाई 2017 को दुमका नगर परिषद के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी पंकज कुमार ने नगर थाना में लिखित आवेदन दिया था कि मुखी मुर्मू जो नगर परिषद में कर संग्रहकर्ता सह भंडारपाल है उसके खिलाफ प्राथमिक की दर्ज किया जाए. उनका कहना था कि मुखी मुर्मू की पोस्टिंग अनुबन्ध पर 2014 में कर संग्रहकर्ता के तौर पर हुई थी. बाद में उसे भंडारपाल का भी अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया. उनके कार्यकाल में भंडार में रखे सामानों में अनियमितता बरती गई. इसमें लैपटॉप, विद्युत सामाग्री और चापाकल सामाग्री शामिल हैं.
पंकज कुमार के आवेदन में यह उल्लेख था कि जब अनियमितता का पता चला तो जिले के तात्कालीन उपायुक्त के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की गई. जिसमें अनुमंडल पदाधिकारी के साथ जिला नजारत उप समाहर्ता और कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद सदस्य थे. इस टीम ने जांच में यह पाया कि मुखी मुर्मू जो नगर परिषद की भंडारपाल है. उनके द्वारा भंडार पंजी का संधारण सही ढंग से नहीं किया गया है.
भंडार में जो सामान रखे हुए हैं उसके नाम और मात्रा पंजी में अंकित नहीं हैं. कई सामग्रियों का भंडार पंजी में प्रविष्टि नहीं की गई है जिसमें लेपटॉप, यूपीएस, विद्युत सामग्री और चापाकल शामिल है. भंडार पंजी में कई पृष्ठों पर प्रविष्टि के पश्चात ओवरराइटिंग की गई. साथ ही प्रविष्टि के साथ छेड़छाड़ किया गया और व्हाइटनर का प्रयोग किया गया.