दुमका: जिले के बासुकीनाथ मंडल धर्मशाला में दिव्यांगजनों के लिए चलंत न्यायालय सह जागरूकता शिविर का आयोजन हुआ. इस शिविर में दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 के प्रावधानों के अंतर्गत दिव्यांगता संबंधी मामलों की सुनवाई के लिए चलंत न्यायालय (मोबाइल कोर्ट) और जागरूकता शिविर लगायी गयी. राज्य नि:शक्तता आयुक्त सतीश चंद्र ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार दिव्यांगजनों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रतिबद्ध है.
बता दें कि इस जागरूकता शिविर में दिव्यांगजनों के लिए सभी प्रकार के दिव्यांगता की जांच की गयी. इस आयोजन में राज्य नि:शक्तता आयुक्त सतीश चंद्र ने दिव्यांग जनों को संबोधित करते हुए कहा कि दिव्यांगता अभिशाप नहीं वरदान है. इसके तहत आप लोग काम करें आप लोगों को आगे लाने के लिए केंद्र से राज्य सरकार तक बहुत कोशिश कर रही है.