दुमकाः झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक लोबिन हेंब्रम ने बुधवार को दुमका-पाकुड़ की सीमा पर स्थित आदिवासी बहुल दुर्गापुर गांव में एक जनसभा की. खास बात यह रही कि मुख्य सड़क से जनसभा स्थल तक जाने के लिए समर्थकों ने उनके लिए पालकी की व्यवस्था कर रखी थी और उन्हें पालकी में बैठाकर सभा स्थल तक पहुंचाया. लोबिन हेम्ब्रम ने संथाली भाषा में ही सभा को संबोधित किया और हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा.
Dumka News: पालकी में बैठकर सभास्थल पहुंचे जेएमएम विधायक लोबिन हेंब्रम, हेमंत सोरेन सरकार पर साधा निशाना
जेएमएम विधायक लोबिन हेंब्रम अपनी ही सरकार के खिलाफ लगातार आग उगल रहे हैं. दुमका के दुर्गापुर गांव में एक बार फिर उन्होंने हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जनता से किए वादे पूरे कीजिए, नहीं तो जनता घमंड तोड़ देगी.
Published : Sep 14, 2023, 7:40 AM IST
|Updated : Sep 14, 2023, 7:57 AM IST
क्या है पूरा मामलाःदुमका जिले के गोपीकांदर प्रखंड के दुर्गापुर फुटबॉल मैदान में झारखंड बचाओ मोर्चा के बैनर तले साहिबगंज जिला के बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने बुधवार को एक जनसभा को संबोधित किया. इससे पूर्व लोबिन हेम्ब्रम गुम्मा मोड़ पहुंचे, जहां सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. समर्थक गुम्मा मोड़ से लोबिन हेम्ब्रम को पालकी में बैठाकर दुर्गापुर गांव के जनसभा स्थल पहुंचे.
हेमंत सरकार पर जमकर बरसे लोबिनःजनसभा को संबोधित करते हुए बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने अपने ही सरकार को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने 2019 में विधानसभा चुनाव के दौरान हेमंत सोरेन द्वारा जनता से किये गए वादों को याद दिलाया. लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान हेमंत सरकार द्वारा रोजगार, नौकरी, स्थानीयता जैसे कई वादे किये गए, लेकिन पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा कि मैं पार्टी विरोधी नहीं हूं, मैं सरकार विरोधी भी नहीं हूं, मैं सिर्फ हेमंत सोरेन द्वारा किये गए वादों को याद दिला रहा हूं.
उन्होंने कहा कि उन्होंने मजबूरी में गैर राजनीतिक संगठन बनाया, जिसका नाम झारखंड बचाओ मोर्चा रखा है. यदि झामुमो अपनी चुनावी वादों को पूरा कर लेता तो उन्हें संगठन बनाने की जरूरत नहीं पड़ती. उन्होंने हेमंत सोरेन को अपने चुनावी वादे पूरा करने की हिदायत दी, नहीं तो 2024 में जनता उनका घमंड तोड़ देगी. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने कहा था कि कंपनी में 75 प्रतिशत स्थानीय लोगों को नौकरी मिलेगी, लेकिन नहीं मिली. उन्होंने कहा कि सरकार से उन सभी कंपनी में कार्यरत स्थानीयों की सूची मांगी जो कार्य कर रहे लेकिन सरकार नहीं दे पाई.