दुमका:जिला के विश्व प्रसिद्ध बासुकीनाथ मंदिर के प्रांगण में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया. बाबा बासुकीनाथ सेवा मंडल की ओर आयोजित इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में स्थानीय गरीब परिवार से संबंधित 60 जोड़ों ने बाबा फौजदारी को साक्षी मानकर सात फेरे लिया और परिणय सूत्र में बंध गए. विवाह के लिए वर-वधू और उसके परिजन बैंड बाजे के साथ नगर भ्रमण करते हुए मंदिर प्रांगण में पहुंचे और पंडितों ने विधि विधान के साथ सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न कराया.
दुमका के बासुकीनाथ मंदिर में सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन, एक-दूजे के हुए 60 जोड़े
दुमका के बासुकीनाथ मंदिर में 60 जोड़ों की शादी कराई गई. इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में बाबा बासुकीनाथ सेवा मंडल समिति की ओर से नवविवाहितों को घरेलू सामान के साथ-साथ नगद और उपहार दिया गया. समिति के सचिव ने कहा कि जीवन भर ऐसा काम कराता रहूंगा.
बासुकीनाथ सेवा मंडल के सचिव सत्यनारायण गुप्ता ने बताया कि सेवा मंडली में 1000 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराना है, जिसमें लगातार 16 सालों से अब तक 666 जोड़ों को शादी के बंधन में बांधा जा चुका है. उन्होंने बताया कि विवाह के बाद वर-वधु को घर गृहस्थी का सामान दिया जा रहा है, ताकि दोनों का दांपत्य जीवन सुखीपूर्वक शुरू हो सके. मौके पर मौजूद भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद अभय कांत प्रसाद ने कहा कि आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम से गरीब माता-पिता को काफी लाभ हो रहा है, जो गरीबी के कारण अपनी बेटियों का विवाह नहीं करा पा रहे थे.
वहीं, पंडा धर्मरक्षणी सभा के अध्यक्ष ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए, उनके सफल जीवन की कामना की. संस्था के सचिव सत्यनारायण गुप्ता ने बताया कि सेवा मंडल की ओर से आयोजित इस साल के सामूहिक विवाह में कुल 60 जोड़ों की शादी हुई. उन्होंने कहा कि पिछले 16 सालों से सामूहिक विवाह का भव्य आयोजन होता आया है. प्रत्येक साल की तरह इस साल भी सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया और मैं जब तक जिंदा रहूंगा तब तक इस तरह का आयोजन कराता रहूंगा.