दुमकाः कोरोना वायरस से संक्रमित होने के डर की वजह से दुमका में स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मी को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है. दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ( एनएचएम ) के तहत एम्बुलेंस ड्राइवर के पद पर अनुबंध में काम कर रहे दिलीप गुप्ता को टर्मिनेट कर दिया है.
और पढ़ें-कोरोना को लेकर मधुबन पर प्रशासन की पैनी नजर, यात्रियों के प्रवेश पर रोक, DC ने की बैठक
क्या है पूरा मामला
दरअसल दुमका उपायुक्त राजेश्वरी बी को सदर प्रखंड के बंदरजोरी पंचायत से एक ग्रामीण ने फोन किया कि उसके गांव का एक युवक श्रीनगर से लौटा है, इसकी स्वास्थ्य जांच होनी चाहिए. डीसी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि वह उसे डीएमसीएच लाकर जांच करें. सिविल सर्जन ने एनएचएम के कर्मी एंबुलेंस ड्राइवर दिलीप गुप्ता को फोन कर कहा कि जाकर उसे लेकर आए लेकिन एंबुलेंस ड्राइवर ने कहा कि वह उसे लाने नहीं जा सकता. उसने कहा कि जान बचेगी तो दूसरी नौकरी मिल जाएगी. सीएस ने डीसी को यह जानकारी दे दी. बाद में दूसरे चालक में उस युवक को डीएमसीएच लाया और उसकी जांच की गई . जांच में कोई समस्या सामने नहीं आई.
उपायुक्त राजेश्वरी बी ने की कार्रवाई
सीएस सिविल सर्जन ने जब उपायुक्त को उक्त चालक दिलीप गुप्ता की शिकायत की तो उपायुक्त राजेश्वरी बी ने इसे काफी गंभीरता से लिया. उन्होंने मामला सीधे तौर पर कर्तव्यहीनता का पाया. इस पर कठोर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के इस कर्मी को सीधे नौकरी से हटा दी.