दुमकाः झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस मंगलवार को दुमका जिले के जरमुंडी प्रखंड स्थित बासुकिनाथ धाम मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने सपरिवार फौजदारीनाथ बाबा की विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना की. इसके पूर्व मंदिर के पुरोहितों ने उन्हें जल संकल्प कराया और श्रद्धा पूर्वक भोलेनाथ की पूजा करायी. महादेव की पूजा करने के बाद राज्यपाल ने मंगल आरती की और झारखंड की जनता की खुशहाली की कामना की.
Governor Ramesh Bais In Dumka: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस पहुंचे दुमका के बासुकीनाथ धाम मंदिर, सपरिवार की भोलेनाथ की पूजा-अर्चना - जरमुंडी प्रखंड स्थित बासुकिनाथ धाम मंदिर
देवघर में बाबा बैद्यनाथ की पूजा करने के बाद झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस सपरिवार दुमका के बासुकिनाथ मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने विधि-विधान से बाबा फौजदारीनाथ की पूजा-अर्चना की. इस दौरान मंदिर परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे.
महाशिवरात्रि के दिन महाराष्ट्र में राज्यपाल की लूंगा शपथःपूजा-अर्चना के बाद उन्होंने कहा कि जब मैं झारखंड आया था तो बाबा बासुकिनाथ के दर्शन करने आया था और अब झारखंड से जाने से पूर्व भोले बाबा से जाने की अनुमति मांगने आया हूं. उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि महाशिवरात्रि के दिन ही मैं महाराष्ट्र में राज्यपाल के रूप में शपथ लेने जा रहा हूं. इस पावन अवसर पर बाबा फौजदारी का आशीर्वाद लेकर मैं झारखंड राज्य से महाराष्ट्र जा रहा हूं. बाबा मुझे शक्ति दें कि जिस तरह झारखंड में मैंने अपना कार्य किया, ठीक उसी तरह महाराष्ट्र की जनता के लिए कार्य कर सकूं.
झारखंड में सभी से सामंजस्य बिठा कर किया कामः उन्होंने कहा कि हमने झारखंड में बहुत ही निर्विवाद रूप से सभी लोगों के सामंजस्य से कार्य किया और झारखंड को आगे बढ़ाने में मदद की, उसी तरह आज बाबा के आशीर्वाद लेकर महाराष्ट्र जा रहे हैं. वहां भी मैं स्वच्छ मन से काम करूंगा और प्रदेश को आगे बढ़ाऊंगा. वहीं पूजा-अर्चना के बाद राज्यपाल रमेश बैस बासुकीनाथ स्थित वन विभाग के गेस्ट हाउस में थोड़ी देर विश्राम किया. जहां उन्होंने अल्पाहार लेने के बाद दुमका के लिए रवाना हो गए.
मंदिर परिसर में सुरक्षा के किए गए थे पुख्ता इंतजामः झारखंड के महामहिम राज्यपाल के आगमन को लेकर मंदिर में सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. मंदिर परिसर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स की तैनाती गई थी. साथ ही मंदिर के आसपास भी जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे. खुद जिले के पुलिस कप्तान और उपायुक्त विधि-व्यवस्था में लगे हुए थे.