दुमका:आदिवासी सेंगेल अभियान ने गुरुवार (15 जून) को भारत बंद का आह्वान किया है. दुमका जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के पत्ताबाड़ी चौक पर बंद समर्थकों ने जाम कर दिया है. इससे दुमका को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले को जोड़ने वाली दुमका-रामपुरहाट सड़क पर आवागमन पूरी तरह से बाधित है. वाहनों की लंबी कतार सड़क पर देखी जा रही है. खासतौर पर मालवाहक वाहनों का लंबा जाम है. बंद समर्थक सड़क के बीचो-बीच बैनर पोस्टर लेकर बैठ गए हैं.
Jharkhand Band: आदिवासी सेंगेल अभियान के बंद का दिखा असर, समर्थकों ने किया सड़क जाम
आदिवासी सेंगेल अभियान के बंद का असर दुमका में दिखा. जिले के शिकरीपाड़ा प्रखंड के पत्ताबाड़ी चौक पर बंद समर्थकों ने जाम कर दिया है.
क्या मांगें हैं इनकी:सड़क जाम कर रहे आदिवासी सेंगेल अभियान के सदस्यों की मांग है कि आदिवासियों के सरना धर्म कोड को मान्यता दी जाए. सभी राज्यों ने अपना राजभाषा घोषित की है. झारखंड में अभी तक यह घोषित नहीं हुआ, इसे अविलंब की जाए. पारसनाथ पहाड़ जो आदिवासियों के मरांग बुरु है, ईश्वर है उसे हेमंत सोरेन ने जैनियों को दे दिया है. इसे वापस लिया जाए. आदिवासी स्वशासन व्यवस्था में परंपरा के नाम पर वंशानुगत आधार पर मांझी परगना, मानकी मुंडा की नियुक्ति पर रोक लगाई जाए. इसका आधार योग्यता होनी चाहिए.
मांगों पर ध्यान दें सरकार:आदिवासी सेंगेल अभियान के दुमका जिला के अध्यक्ष सुनील मुर्मू के नेतृत्व में यह आंदोलन चल रहा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने इन मुद्दों पर भारत बंद का आह्वान किया है. हम लोग सड़कों पर हैं और अपनी मांगों को बुलंद कर रहे हैं. सरकार को इस पर अविलंब ध्यान देना चाहिए.