दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका में बिना माइनिंग चालान के स्टोन चिप्स का परिचालन (illegal operation of stone chips) धड़ल्ले से जारी है. यह स्टोन चिप्स दूसरे राज्यों में भेजा जा रहा है. इससे खनन विभाग को राजस्व की भारी क्षति हो रही है. इसका खुलासा तब हुआ जब प्रशासन ने गुप्त सूचना के आधार पर हंसडीहा और शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में छापेमारी की. यहां से टीम ने अवैध स्टोन चिप्स लदे 17 ट्रक को जब्त किया है. इनके पास माइनिंग चालान नहीं था. इसके साथ ही हंसडीहा थाने की पुलिस ने अवैध कोयला लदे दो ट्रक को भी पकड़ा है.
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जब्त ट्रकों की जांच करेंगे डीएमओ के साथ डीटीओ: अवैध स्टोन चिप्स कारोबार (Illegal business of stone chips) के खिलाफ अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी की टीम ने कार्रवाई की. टीम जब्त वाहनों को थाने लाई. अब जिला खनन पदाधिकारी और जिला परिवहन पदाधिकारी इसकी जांच करेंगे. एक तो ट्रक चालकों के पास माइनिंग चालान नहीं है, वहीं दूसरी ओर सभी ट्रक अपने निर्धारित क्षमता से अधिक वजन था. इसलिए अब इन ट्रकों पर परिवहन विभाग भी कार्रवाई करेगा.
उपराजधानी में अक्सर सामने आते हैं ऐसे मामले: दुमका के शिकारीपाड़ा पत्थर औद्योगिक क्षेत्र से अक्सर पत्थरों का अवैध उत्खनन (illegal mining of stones) बिना माइनिंग चालान होता है. स्टोन चिप्स का अवैध परिचालन और ओवरलोडिंग के चलते शासन को राजस्व का नुकसान होता है. इसे देखते हुए जिले के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने अभियान चलाकर कार्रवाई की थी, इससे कुछ हद तक अवैध कारोबार में अंकुश लगा था लेकिन यह फिर शुरू हो गया. जिस तरह से कुछ ही घंटों में दो थाना क्षेत्रों से बिना वैध कागजात के स्टोन चिप्स लोड 17 ट्रकों को पकड़ा गया है, उससे लगता है कि ये पत्थर माफिया फिर से हावी हो रहे हैं.