दुमकाः सिदो-कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय के संथाल परगना महाविद्यालय परिसर में स्थित जनरल हॉस्टल अत्यंत जर्जर हो चुका है. इस छात्रावास में गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़, जामताड़ा जैसे जिला के काफी संख्या में छात्र रहकर दुमका के महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं.
इसे भी पढ़ें- दुमकाः महिला को जिंदा जलाने की कोशिश करने वाला प्रेमी गिरफ्तार, तीन दिन से तलाश कर रही थी पुलिस
यह छात्रावास इतना जर्जर हो चुका है कि कभी कोई हादसा हो सकता है. दरवाजे, खिड़कियां उखड़ चुकी हैं, छत का ढलाई भी टूट-टूटकर गिर रहा है. बिजली तारों का मकड़जाल हमेशा हादसों को निमंत्रण देता नजर आता है. इससे छात्रावास में रहने वाले सभी छात्र परेशान हैं और इसकी मरम्मत की मांग कर रहे हैं.
क्या कहते हैं छात्रछात्रावास में रहने वाले छात्रों का कहना है कि हॉस्टल तो काफी जर्जर हो चुका है, हमेशा हादसे का डर बना रहता है. मजबूरी है कि यहीं रह कर पढ़ाई करें क्योंकि बाहर जो भी किराए के कमरे हैं उसे उसमें काफी खर्च है, जिसमें रहना हमारे लिए संभव नहीं है. इस हॉस्टल की मरम्मत को लेकर हमने विधायक मंत्री प्रशासन सभी से गुहार लगा चुके हैं पर कुछ नहीं हुआ. वो जल्द से जल्द इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग कर रहे हैं.
क्या कहते हैं विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्यजेनरल हॉस्टल जर्जर होने के संबंध में सिदो-कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य गुंजन मरांडी ने कहा कि इस बार जो सिंडिकेट की बैठक होगी. उसमें हमारी ओर से प्रमुख मुद्दा यह हॉस्टल रहेगा. साथ ही साथ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब दुमका आते हैं तो भी उनके पास इस हॉस्टल की स्थिति को लेकर हम मिलेंगे. गुंजन मरांडी ने कहा कि जल्द से जल्द की मरम्मत की जाएगी.
इसे भी पढ़ें- दुमका पेयजल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता की कोरोना से मौत, 12 दिन पहले हुए थे संक्रमित
जल्द से जल्द ध्यान देने की जरूरत
विश्वविद्यालय प्रशासन या फिर सरकार जल्द से जल्द इस जेनरल हॉस्टल की मरम्मत कराएं. जिस तरह उसकी स्थिति हो चुकी है कि कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है. उस वक्त सिवाय पछताने के अलावा कोई चारा नहीं रहेगा.