दुमका: जिले में पिछले 40 दिनों में हुई अच्छी बारिश से खेतों में हरियाली आ गई है, साथ ही धान की रोपाई 85 % तक पहुंच गई है. यहां जुलाई माह में 243 मिलीमीटर और अगस्त में 160 मिलीमीटर बारिश हुई.
दुमका में 1 लाख 11 हजार हेक्टेयर भूमि में धान के फसल के आच्छादन का लक्ष्य था और अभी तक 94 हजार हेक्टेयर जमीन आच्छादित हो चुका है. वहीं, अन्य खरीफ फसलों की बात करे तो मकई 95%, तेलहन 75%, दलहन 71% और मोटे अनाज 71% तक आच्छादित हो गए.
क्या कहते हैं जिला कृषि पदाधिकारी
फसलों के आच्छादन के संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने कहा कि बारिश ने साथ दिया है, जिससे खरीफ फसलों के आच्छादन के लक्ष्यों को काफी हद तक पूरा कर लिया गया है. उन्होंने किसानों को सुझाव दिया कि अगर समय पर यूरिया का छिड़काव किया गया और खेतों में खरपतवार का नियंत्रण किया गया तो निश्चित रूप से फसल बढ़िया होगा.
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किसानों में है हर्ष व्याप्त
दुमका के किसान 2 सालों से अल्पवर्षा से परेशान थे. उनके खेत में रोपनी नहीं हो पा रही थी, लेकिन इस बार हुई अच्छी बारिश ने उनके चेहरे पर रौनक ला दी है. उनका कहना है कि भगवान ने साथ दिया है, जिससे रोपनी हो गई और अगर ऐसी ही स्थिति रही तो इस बार फसल अच्छा होगा.
रोपनी का कार्य लगभग पूरा
बता दें कि संथाल परगना की खेती मानसून पर आधारित है. ऐसे में दुमका में हुई अच्छी बारिश से धान रोपनी का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. इससे एक ओर जहां किसान हर्षित हैं, वहीं दूसरी और दुमका कृषि विभाग भी राहत की सांस ले रहा है.