झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

Gavya Vikas Mela: दुमका में गव्य विकास मेला का आयोजन, 75-90 फीसदी अनुदान पर मिल रही दुधारू गाय - दुमका न्यूज

दुमका के जरमुंडी प्रखंड परिसर मैदान में गव्य विकास मेला सह परिसंपत्ति वितरण समारोह का आयोजन किया गया है, जो 15 दिनों तक चलेगा. झारखंड सरकार के कृषि मंत्री ने मेले का शुभारंभ कर लाभुकों के बीच दुधारू गाय और परिसंपत्ति का वितरण किया. इस मेले में लाभुकों को 75% और 90% अनुदान पर दुधारू गाय दी जा रही है.

Gavya Vikas Mela in Dumka Jarmundi
लाभुकों को परिसंपत्ति का वितरण करते कृषि मंत्री बादल पत्रलेख

By

Published : Mar 12, 2023, 8:06 PM IST

देखें वीडियो

दुमका:कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की ओर से दुमका के जरमुंडी प्रखंड कार्यालय के समीप दुधारू पशु मेला का शुभारंभ किया गया. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने फीता काटकर मेले का उद्घाटन किया. इस दौरान सैकड़ों पशुपालकों को अनुदानित दर पर गाय, भैंस और बकरी उपलब्ध कराये गये, साथ ही कृषि, मत्स्य पालन सहित करोड़ों रुपए की परिसंपत्ति का वितरण लाभुकों के बीच किया गया.

ये भी पढ़ें:कौशल महोत्सव में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, कहा- युवाओं को रोजगार देना सरकार की प्राथमिकता

कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने बताया कि दुमका जिला के जामा, जरमुंडी और सरैयाहाट प्रखंड के पशुपालकों को 90% और 75% अनुदान पर दुधारू गाय वितरण के लिए दुधारू पशु मेले का आयोजन किया जा रहा है, जो 15 दिनों तक चलेगा. दुधारू पशु लाभुक मेले में अपनी मनपसंद गाय चुनकर घर ले जा सकते हैं. उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना से दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में क्रांति आएगी और कृषकों को एक सहायक रोजगार उपलब्ध होगा. कृषकों के दुग्ध उत्पाद को बाजार उपलब्ध कराने के लिए इलाके में ही विभिन्न स्थानों पर दुग्ध कलेक्शन सेंटर स्थापित किया गया है.

उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि इस मेले से तीन प्रखंडों के किसानों को दुधारू गाय, बकरी, बत्तख समेत कृषि यंत्र खरीदने में सहूलियत होगी. कृषि मंत्री ने यह भी साफ किया कि पशुओं के दाम में कोई हेर फेर नहीं है, वह बाजार मूल्य पर ही हैं, जिसमें सरकार द्वारा 75% से 90% का अनुदान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार अनुदान पर किसानों को दुधारू गाय इसलिए दे रही है, ताकि किसान उससे दुग्ध उत्पादन कर सके और अपनी जीविका के साथ-साथ नगद भी आय कर सके. उन्होंने कहा कि इससे किसान आत्मनिर्भर होंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details