दुमका: जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में पिछले दो महीने में बैंक से रुपए निकाल कर घर ले जाने वालों के साथ छिनतई की तीन घटना हुई थी. इस मामले को लेकर एक तरफ जहां आम जनता में भय व्यापत था वहीं पुलिस भी लगातार हाथ पांव मार रही थी. इसी मामले में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है और झपट्टा मार गिरोह के चार सदस्य को गिरफ्तार किया गया है. खास बात यह है कि ये चारों अपराधी ओडिशा के रहने वाले हैं और पश्चिम बंगाल के साथ झारखंड के अलग-अलग जगह पर रहकर आपराधिक घटना को अंजाम दे रहे थे. इस गिरोह ने दो दिन पूर्व 1 दिसंबर को गिरिडीह के देवरी थाना क्षेत्र के चतरो बाजार में राधा कृष्ण ज्वेलर्स में भी लूट की घटना को अंजाम दिया था.
दुमका पुलिस ने जसीडीह स्टेशन के पास से की गिरफ्तारी:दरअसल, दुमका जिला के हंसडीहा थाना क्षेत्र के मुख्य बाजार के समीप 19 अक्टूबर को राधेश्याम मण्डल अपनी पत्नी वीणा देवी के साथ बैंक से एक लाख तेरह हज़ार रुपये निकासी कर अपने घर जा रहे थे तो बाइक सवार अपराधियों ने रुपये से भरा उनका बैग छीन लिया था. इसी तरह बैंक से रुपये निकालने वाले के साथ छिनतई की घटना जरमुंडी थाना क्षेत्र और रामगढ़ थाना क्षेत्र में भी घटी थी. इन सभी मामलों में जांच पुलिस ने शुरू की. सीसीटीवी में एक फुटेज जो सभी मामलों ने कॉमन था वह यह था कि अपराधियों के द्वारा पल्सर और होंडा बाइक का इस्तेमाल किया जा रहा था.
अनुसंधान में कुछ अन्य तथ्य भी सामने आए. जिसके आधार पर पुलिस ने देवघर जिला के जसीडीह स्टेशन के समीप एक तीन मंजिला मकान पर छापेमारी की जिसमें चार अपराधी छुपे हुए थे. पुलिस को देख उन्होंने कूद कर भागने का प्रयास किया लेकिन इन्हें धर दबोचा गया. इनसे जब पूछताछ की गई तो यह पता चला कि दो दिन पूर्व 01 दिसंबर को इन लोगों ने गिरिडीह जिला के देवरी थाना क्षेत्र के चतरो बाजार स्थित राधा कृष्ण ज्वेलर्स में चांदी से बने काफ़ी आभूषण की लूट की थी. पुलिस इन्हें पकड़ कर दुमका जिला ले आई.
चारों अपराधी ओडिशा के रहने वाले: दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने जानकारी दी कि पकड़े गए चारों अपराधी ओडिशा के रहने वाले हैं. उनके नाम है- इंद्र राव, अंतेश राव, चंदन राव और श्यामल कुमार बैरागी. ये सभी ओडिशा के गंजाम और जाजपुर जिले के रहने वाले हैं. ये पश्चिम बंगाल और झारखंड के अलग अलग जगह रहकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे थे. एसपी ने कहा कि निश्चित रूप से यह पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है और सड़क लूट की घटनाओं में अंकुश लगेगा.