दुमका: कोरोना वायरस के चलते देश में चार चरणों के लॉकडाउन के बाद सोमवार से जीवन को फिर से पटरी पर लाने की शुरुआत हो चुकी है. केंद्र सरकार की ओर से घोषित अनलॉक-1 में धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दे दी गई है, लेकिन झारखंड सरकार पूरे राज्य में आगामी 30 जून तक सभी धार्मिक स्थलों को बंद रखने का फैसला लिया है. इससे मंदिरों के पंडा-पुरोहितों में नाराजगी है.
विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ मंदिर लॉकडाउन के कारण पिछले 2 महीनों से बंद है. मंदिर के पंडा-पुरोहितों और स्थानीय लोगों को यह उम्मीद था कि पूरे देश में जब 8 जून से सभी धार्मिक स्थल खुलेंगे तो बासुकीनाथ मंदिर भी खुल जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. झारखंड सरकार ने राज्य में 30 जून तक इस आदेश को टाल दिया है और सभी मंदिर को बंद रखने का निर्णय लिया है. इससे पंडा-पुरोहित में काफी नाराजगी है. उनके सामने अब आर्थिक संकट उत्पन्न होने लगी है. कोरोना महामारी से बचाव के लिए पूरे देश में लगाए गए लॉकडाउन के कारण प्रसिद्ध तीर्थ स्थान बाबा बासुकीनाथ धाम में महीनों से सन्नाटा पसरा हुआ है. मंदिर बंद रहने से श्रद्धालुओं का आगमन नहीं हो रहा है, जिससे मंदिर के भरोसे जीवन यापन करने वाले पंडा-पुरोहितों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है.