दुमका: जिले में सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के कुलपति के पद पर सोनाझरिया मिंज ने पदभार ग्रहण कर लिया है. इसके पहले वे जेएनयू में कंप्यूटर साइंस की प्रोफेसर रह चुकी हैं. सोना झरिया मिंज गुमला के जारी प्रखंड की रहनेवाली हैं और वे इस इलाके कि पहली आदिवासी महिला हैं जिन्होंने डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की है. पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत की और कई जानकारियां भी साझा की.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि वे इस विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय पहचान दिला पाएं. साथ ही उन्होंने कहा कि इस यूनिवर्सिटी का नाम संथाल हूल के महानायक सिदो कान्हू के नाम पर है, तो उनकी गाथा और योगदान को यहां के पाठ्यक्रम में भी शामिल किया जायेगा. ताकि भारतीय इतिहास में इनको और बेहतर स्थान मिल सके.
अपनी स्ट्रेन्थ को स्ट्रांग बनाकर बढ़ेंगे आगे
कुलपति ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय में कुछ-कुछ विषयों पर सभी के अपने कुछ स्ट्रैंथ होते है साथ ही कुछ कमजोरियां. हम अपने स्ट्रैंथ को चिन्हित करेंगे और उसे स्ट्रांग बनाते हुए हमें आगे बढ़ना है. वीसी ने कहा कि इसके लिए हम स्टूडेंट, टीचर, डिपार्टमेंट और प्रशासन से बातचीत कर समन्वय स्थापित करते हुए आगे का रास्ता तय करेंगे.
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पढ़ाई के साथ-साथ रिसर्च को दिया जाएगा बढ़ावा
वीसी ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय का आईना वहां होने वाली पढ़ाई के साथ साथ रिसर्च, स्पोर्ट्स और वहां की अतिरिक्त गतिविधियां होती है. उन्होंने कहा कि हम इन सभी गतिविधियों को आगे बढ़ाएंगे. यूनिवर्सिटी की सफलता इस बात पर भी निर्भर करती है कि उनके यहां से से पास होकर छात्र समाज के किन किन क्षेत्रों में बुलंदियों को छुआ है. उन छात्रों से भी संपर्क कर उनके मजबूत पक्ष के जरिये वर्तमान स्टूडेंट्स को को लाभ पहुंचाने का प्रयास होगा.