दुमकाःबेटियां आगे बढ़े, तरक्की करे इसे लेकर कई योजनाएं चलती हैं. लेकिन वो पूरी तरह से कारगर नहीं हो पाती है. बेटियों को पढ़ाने के लिए भी बहुत सी योजनाएं चल रही हैं, लेकिन इसके उद्देश्य की पूर्ति तभी होगी जब उनकी शिक्षा के लिए बेहतर आधारभूत संरचना तैयार की जाए. दुमका में इसकी भारी कमी देखी जा रही है. हम बात कर रहे हैं झारखंड की उपराजधानी दुमका स्थित लड़कियों के उच्च शिक्षा के लिए स्थापित संथाल परगना महिला कॉलेज की. यहां शिक्षकों की कमी नहीं, कई विषयों के तो शिक्षक है ही नहीं. हद तो यह है कि जिन विषयों के शिक्षक नहीं हैं, उसमें भी सैकड़ों छात्राएं नामांकित हैं.
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सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के अंतर्गत है यह एसपी महिला कॉलेज
आपको बता दें कि सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के अंतर्गत दुमका का संथाल परगना महिला कॉलेज आता है. इस कॉलेज में लगभग तीन हजार छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन यहां शिक्षकों की काफी कमी है. हिंदी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, इतिहास, संथाली जैसे विषय में इक्के-दुक्के शिक्षक हैं जिसके सहारे इन सब्जेक्ट्स की पढ़ाई जैसे तैसे चल जा रही है. लेकिन ज्योग्राफी जिस विषय में लगभग 500 छात्राएं हैं उसमें एक भी शिक्षक कॉलेज में मौजूद नहीं है. साथ ही इस कॉलेज में साइंस सब्जेक्ट में लगभग तीन सौ छात्राएं नामांकित हैं लेकिन साइंस सब्जेक्ट का तो पोस्ट ही सेंक्शन आज तक नहीं किया गया. यही हाल ज्योग्राफी सब्जेक्ट का भी है. इसका भी पद सृजन नहीं हुआ है. जब शिक्षक ही नहीं है तो यह आसानी से समझा जा सकता है कि जो छात्राएं इस कॉलेज में पढ़ने आती हैं उनकी पढ़ाई नाम मात्र ही चल रही है.
क्या करती हैं कॉलेज की प्रिंसिपल