दुमकाःसाहेबगंज-गोविंदपुर हाईवे का पार्ट दुमका-पाकुड़ रोड बदहाल होने लगा है. इस सड़क पर जिले के काठीकुंड प्रखंड के पुराने गुमरो पुल को तोड़कर लगभग 5 वर्ष पूर्व नया पुल बनाया गया था, लेकिन यह क्षतिग्रस्त हो गया है. पुल पर कई जगह गड्ढे हो गए हैं और उसकी छड़ें बाहर आ गई हैं. इसके साथ ही दुमका-पाकुड़ रोड के इस गुमरो पुल के अतिरिक्त कई अन्य जगहों पर सड़क के क्षतिग्रस्त होने से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. सड़कों के बीच में बड़े-बड़े गड्ढे हुए हैं, जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है.
दुमका-पाकुड़ मार्ग हुआ बदहाल, सरकार नहीं ले रही है सुध
दुमका-पाकुड़ रोड की हालत बद से बदतर हो गई है, जिसकी वजह से लोगों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं, स्थानीय विधायक का कहना है कि सरकार को मामले से अवगत कराए जाने के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ.
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सड़क पर नहीं है प्रशासन का ध्यान
दुमका-पाकुड़ रोड, जो साहेबगंज-गोविंदपुर हाईवे का हिस्सा है. इसके निर्माण के कुछ ही वर्षों में यह क्षतिग्रस्त होने लगा है. इस संबंध में संसदीय क्षेत्र के सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि दुमका और आस-पास के इलाकों में सड़कों की स्थिति अभी काफी खराब हो चुकी है. दुमका-पाकुड़ रोड इसी कड़ी में एक है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को लगातार यह बताया जा रहा है कि सड़कों की स्थिति में सुधार करें, लेकिन सुधार की गति काफी धीमी है. सुनील सोरेन ने कहा कि इस सड़क को भी दुरुस्त कराने की दिशा में वह आवश्यक पहल करेंगे.
क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक है बेहतर सड़क
किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए यह बहुत जरूरी है कि वहां की सड़कों की स्थिति काफी बेहतर रहे, ताकि आवागमन सुलभ रहे. इससे लोगों को भी काफी सुविधा मिलती है, लेकिन दुमका-पाकुड़ सड़क की यह स्थिति चिंताजनक कही जाएगी. सरकार को अविलंब इस दिशा में पहल करने की जरूरत है.