दुमका: आमतौर पर राशन डीलरों के द्वारा खाद्यान्न वितरण में अनियमितता बरती जाती है. लाभुकों को ससमय और सही वजन का अनाज नहीं दिया जाता है. इसे देखते हुए दुमका जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाई है. जिससे राशन डीलरों में हड़कंप है.
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एक दिन में 249 राशन दुकानों की जांच: राशन डीलर सही ढंग से लाभुकों को अनाज दे रहे हैं या नहीं इसकी जांच के लिए दुमका उपायुक्त रविशंकर शुक्ला के निर्देश पर सभी दस प्रखंडों में शुक्रवार को विशेष अभियान चलाकर जन वितरण प्रणाली की दुकानों का निरीक्षण किया गया. यह निरीक्षण दिन के 11 बजे से शुरू होकर रात तक जारी रहा. कुल 249 राशन दुकानों की जांच हुई और राशन डीलरों के बही खातों को खंगाला गया. उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला के नेतृत्व में इस विशेष अभियान में जिले के लगभग दो दर्जन वरीय पदाधिकारियों को लगाया गया.
उपायुक्त ने खुद सम्हाला मोर्चा, लाभुकों से भी की बात:राशन दुकानों की जांच में खुद उपायुक्त ने मोर्चा सम्हाल लिया है. उपायुक्त ने जामा प्रखंड के मां सरस्वती स्वयं सहायता समूह चिकनियां, स्वयं सहायता समूह लखनपुर, सिदो कान्हू स्वयं सहायता समूह खिलकिनारी, माडेर जोरे स्वयं सहायता समूह बिचकोड़ा के जन वितरण प्रणाली की दुकानों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों से खाद्दान्न के भंडारण एवं लाभुकों के बीच वितरण से संबंधित जानकारी प्राप्त की.
उन्होंने भंडार गृह का भी निरीक्षण किया. खाद्यान वितरण से संबंधित रजिस्टर की भी उन्होंने जांच की. उन्होंने दुकानदारों को निर्देश दिया कि सभी लाभुकों को ससमय राशन मिले इसे सुनिश्चित करें. किसी भी परिस्थिति में लाभुकों को कम राशन नहीं दी जाय. प्रत्येक माह राशन का वितरण किया जाय. जन वितरण प्रणाली के दुकानदार लाभुकों से संवाद स्थापित करें और पूरे पारदर्शी तरीके से लाभुकों के बीच राशन का वितरण करें. उन्होंने कहा कि दुकान खुले रहने की अवधि निर्धारित है. निर्धारित अवधि में दुकान हर हाल में खुला रहे, इसे सुनिश्चित करें. इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से भी बात की. ग्रामीणों ने उपायुक्त को अपनी समस्याओं से भी अवगत कराया.