दुमका: कोरोना वायरस से निपटने के लिए आवश्यक है कि उसकी जांच और इलाज त्वरित गति से हो, लेकिन दुमका में ऐसा नहीं हो रहा है. 17 मई से अब तक जिन लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है उसकी रिपोर्ट अब तक नहीं आई है. इधर जब से प्रवासी मजदूरों का आना शुरू हुआ है तब से सैंपल कलेक्शन की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है, वहीं रिपोर्ट नहीं आने से पेंडिंग सैंपल की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है.
दुमका: कैसे पाएंगे कोरोना पर काबू, जब एक सप्ताह में भी नहीं आती है रिपोर्ट
झारखंड में कोरोना का कहर जारी है. इसे लेकर जांच की भी प्रक्रिया तेज कर दी गई है. दुमका जिले में भी कोरोना की जांच में तो काफी तेजी आई है, लेकिन रिपोर्ट आने में बहुत देरी हो जा रही है, जिसके कारण लिए गए सैंपल की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
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क्या कहते हैं जिले के सिविल सर्जन
इस संबंध में जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने दुमका के सिविल सर्जन डॉ अनंत कुमार झा से बात की तो उन्होंने बताया कि रिपोर्ट आने में एक सप्ताह की देरी हो रही है, यह परेशानी तो है लेकिन रिपोर्ट जल्द आए इसके लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
रिपोर्ट में देरी से बढ़ सकती है परेशानी
जिस तरह से दुमका में 1000 से अधिक सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है और सैंपल भेजे जाने के बाद रिपोर्ट आने में एक सप्ताह लग जा रहा है, तो इससे परेशानी बढ़ सकती है, क्योंकि रिपोर्ट के अनुसार ही ट्रीटमेंट होता है. अगर किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो काफी देर से उसका इलाज शुरू हो पाएगा. यह जरूरी है कि स्वास्थ्य विभाग इस दिशा में आवश्यक पहल करे.