दुमका में दो साइबर अपराधी गिरफ्तार दुमकाः जामताड़ा के साइबर अपराधी अब दुमका जिले के ग्रामीण क्षेत्र में आकर साइबर अपराध की घटना को अंजाम दे रहे हैं. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से ग्राहक को अपने जाल में फांसते दो साइबर अपराधियों को पुलिस हंसडीहा थाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाके से गिरफ्तार किया है. जिसमें एक जामताड़ा और दूसरा गोड्डा का रहने वाला है. इनके पास से कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड, टैब और नकद रुपए भी बरामद किए गए हैं.
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क्या है पूरा मामलाः दुमका एसपी को फोन पर सूचना प्राप्त हुई थी कि हंसडीहा थाना क्षेत्र के धमनाकुंडी गांव में एक साइबर गिरोह के द्वारा किसी घटना को अंजाम दिया जा रहा है. एसपी के द्वारा तत्काल टेक्निकल सेल को सूचना दी गई तो वहां से कुछ इनपुट प्राप्त हुआ. इसके बाद तत्काल डीएसपी हेड क्वार्टर के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया और टेक्निकल सेल से प्राप्त इनपुट के आधार पर ग्राम धमनाकुंडी स्थित एक घर में छापेमारी कर सुमन कुमार मंडल और मुरली कुमार मंडल को कई मोबाइल फोन, अवैध सिम कार्ड, अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ संदेहास्पद स्थिति में पकड़ा. गिरफ्त में आए दोनों व्यक्ति से डीएसपी द्वारा पूछताछ करने पर दोनों के द्वारा साइबर अपराध करने की बात को स्वीकार कर ली. उन्होंने बताया कि हमारा सहयोगी अमरूल अंसारी है जो देवघर के मधुपुर में रहता है.
जामताड़ा का रहने वाला मुरलीः जो दो अपराधी गिरफ्तार हुए हैं, उनमें मुरली मंडल जामताड़ा जिले के करमाटांड़ थाना का रहने वाला है, जो साइबर अपराधियों का गढ़ माना जाता है. वह जामताड़ा छोड़ दुमका के हंसडीहा थाना के धमनाकुंडी गांव में छुपकर अपने साथी सुमन कुमार के साथ साइबर क्राइम को अंजाम दे रहा था.
डीएसपी हेडक्वार्टर विजय कुमार ने दी जानकारीः दुमका डीएसपी हेडक्वार्टर विजय कुमार ने जानकारी दी. डीएसपी ने बताया कि ये अपराधी ज्यादातर चोरी के मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं. इनके अपराध करने का तरीका यह है कि यह प्राइवेट बैंकों के कस्टमर केयर का साइट बनाकर में अपना नंबर डाल देते हैं. जब कोई व्यक्ति इसमें जानकारी के लिए फोन करता है तो अपनी बातों में फंसा कर उनके मोबाइल का डाटा प्राप्त कर उनके खाते से रुपए निकाल लेते हैं.
इनके पास से जो मोबाइल बरामद हुआ है उसमें इस बात के सबूत मिले हैं कि उनके द्वारा काफी लोगों को फोन किया गया है. कुछ के कॉल रिकॉर्डिंग भी मोबाइल में मिले है. पुलिस जांच कर रही है कि इन लोगों ने कितने लोगों को निशाना बनाया है और कितने रुपए की ठगी की है. फिलहाल इनके खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471 और 34 आईपीसी के साथ 66बी, 66सी, 66डी आईटी एक्ट दर्ज किया गया है. डीएसपी ने यह भी बताया कि गिरफ्तार मुरली मंडल के पिता सब्जी विक्रेता हैं लेकिन मुरली ने साइबर अपराध के माध्यम से कितना पैसा कमा लिया है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लगभग दो लाख का मोबाइल अपने पास रखा है.