दुमकाः संथाल परगना में साइबर अपराध की जड़ जामताड़ा और देवघर के बाद दुमका में भी फैलता जा रहा है. खास तौर पर युवा पीढ़ी इसे ईजी मनी का सोर्स मानकर अपराध के दलदल में फंसते जा रहे हैं. जिले के तालझारी थाना क्षेत्र के हेठतीनघरा गांव में पुलिस ने गुप्त सूचना पर छापेमारी कर मौके से 25 वर्षीय घनश्याम मंडल को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने मौके से कई मोबाइल फोन, फर्जी सिम कार्ड, फर्जी वोटर कार्ड, एटीएम कार्ड के साथ 38 हजार रुपए नगद बरामद किए गए हैं.
मंटू यादव के घर में जमा थे कई साइबर अपराधी: दरअसल, एसपी पीतांबर सिंह खेरवार को सूचना मिली थी कि दुमका-देवघर की सीमा पर तालझारी थाना क्षेत्र के हेठतीनघरा गांव में मंटू यादव नामक एक ग्रामीण के घर में कई युवक इकट्ठा होकर साइबर अपराध कर रहे हैं. दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने तुरंत इसकी सूचना जरमुंडी थाना क्षेत्र के इंस्पेक्टर दयानंद साह को दी. जानकारी मिलने के बाद इंस्पेक्टर ने अपनी पूरी टीम के साथ हेठतीनघरा गांव में छापेमारी की. वहीं पुलिस को देखते ही कुछ लड़के भागने लगे. लेकिन पुलिस कर्मियों ने खदेड़ कर एक युवक को पकड़ लिया.
आरोपी से पूछताछ में पुलिस को मिली अहम जानकारीः आरोपी का नाम घनश्याम मंडल है. घनश्याम तालझारी थाना क्षेत्र के ही बूढ़ीकुरुआ गांव का रहने वाला था. पुलिस उसे हिरासत में लेकर जरमुंडी थाना ले आई और पूछताछ शुरू की. घनश्याम मंडल ने बताया कि सभी लड़के हेठतीनघरा और उसके बगल के ही बूढ़ीकुरुवा गांव के रहने वाले हैं. आरोपी की तलाशी के दौरान उसकी जींस से एक स्मार्ट फोन बरामद हुआ. फोन के साथ दो सिम कार्ड भी जब्त किए गए हैं. जांच में यह भी पाया गया कि दोनों सिम कार्ड फर्जी हैं. इसके साथ ही एक एटीएम कार्ड भी बरामद हुआ. वहीं पुलिस ने आरोपी घनश्याम मंडल की निशानदेही पर मंटू यादव के घर पर फिर से छापेमारी की. छापेमारी के दौरान मंटू यादव के घर से दो स्मार्टफोन, फर्जी वोटर कार्ड और 38 हजर रुपए नगद बरामद किए गए हैं. आरोपी घनश्याम ने बताया कि यहां सभी लड़के अपने-अपने तरीके से साइबर क्राइम को अंजाम दे रहे थे.
क्या कहते हैं थाना प्रभारी: इस संबंध में जरमुंडी के इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी दयानंद साह ने बताया कि छापेमारी में 25 वर्षीय घनश्याम मंडल को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही गृह स्वामी मंटू यादव समेत 4-5 युवक भागने में सफल रहे. उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों पर धारा 419, 420, 467, 468, 471, 34 भादवि के साथ 66 बी, 66 सी, 66 डी आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. इंस्पेक्टर ने बताया कि छानबीन में पता चला है कि क्षेत्र के 15 से 25 वर्ष के कई युवक साइबर क्राइम के दलदल में फंस गए हैं. खुद घनश्याम मंडल ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष से वह साइबर अपराध को अंजाम दे रहा है. उन्होंने बताया कि पुलिस इस बिंदु पर जांच कर रही है कि साइबर अपराधियों ने अब तक कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया है.