दुमकाः संथाल परगना प्रमंडल के जामताड़ा के फतेहपुर प्रखंड के बानरनाचा पंचायत में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन के दौरान हुई अनियमितता और 2 लाख 93 हजार की राशि गबन के मामले में प्रमंडलीय आयुक्त चंद्रमोहन प्रसाद कश्यप द्वारा जांच कराई गयी. जांच कमिटी द्वारा दिए गए प्रतिवेदन के बाद अब उस वक्त के मुखिया से लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं.
संथाल परगना आयुक्त ने पकड़ी फतेहपुर प्रखंड में विकास योजना में गड़बड़ी, कार्रवाई के निर्देश - Jharkhand latest news
जामताड़ा के फतेहपुर प्रखंड में विकास योजना में गड़बड़ी पकड़ी गयी. संथाल परगना आयुक्त ने यहां संचालित योजना में लगभग तीन लाख रुपये की गड़बड़ी पकड़ी है. इसके बाद उन्होंने तत्कालीन बीडीओ, अभियंता और मुखिया पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
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फतेहपुर प्रखंड में संचालित योजना में अनियमितताएं या वित्तीय अनियमितता या गबन में अपरोक्ष रूप से सम्मिलित रहने और अपने कर्त्तव्यों का समुचित निर्वहन ना करने, लापरवाही बरतने पर फतेहपुर के तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी मुकेश कुमार बाउरी, सहायक अभियंता मृत्युंजय सिंह मुंडा के साथ प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी वाणीव्रत मित्रा के विरूद्ध प्रपत्र- ''क'' गठित करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई करने की अनुशंसा की गयी है. इसके अलावा सेवामुक्ति की कार्रवाई करने का निदेश उपायुक्त और उपविकास आयुक्त जामताड़ा को दिया गया है. यह जानकारी जनसंपर्क कार्यालय से प्रेस रिलीज जारी कर दी गयी है.
तत्कालीन मुखिया पर भी कार्रवाईः संथाल परगना आयुक्त ने फतेहपुर प्रखंड के विकास योजना में लगभग तीन लाख रुपये की गड़बड़ी पकड़ी है. जिसमें वित्तीय अनियमितता के सीधे दोषी पंचायत सचिव भरत मंडल, तत्कालीन रोजगार सेवक राज किशोर झा, कनीय अभियंता बलदेव वानरा और मुखिया रहीं मालती मुर्मू के विरूद्ध अविलंब सरकारी राशि के गबन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करते हुए, सेवामुक्ति अथवा प्रपत्र- ''क'' गठित कर विभागीय कार्यवाही प्रारंभ करने हेतु निर्देशित किया गया है और इस आदेश का अनुपालन प्रतिवेदन एक सप्ताह के अंदर मांगा गया है. इसकी सूचना ग्रामीण विकास विभाग को भी उपलब्ध करायी गयी है.