दुमका:झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज (30 अक्टूबर) राज्य के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन करेंगे. इस ब्रिज का निर्माण मयूराक्षी नदी पर किया गया है. यह दुमका के सदर प्रखंड और मसलिया प्रखंड को जोड़ेगा. पुल की लागत लगभग 200 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
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रघुवर सरकार में हुआ था शिलान्यास:दुमका सदर प्रखंड के कुमड़ाबाद से मकरमपुर गांव के बीच मयूराक्षी नदी पर यह पुल बना है. इसकी लंबाई लगभग ढाई किलोमीटर है. इस पुल की लागत राशि लगभग 200 करोड़ रुपए है. चौड़ाई दोनों ओर के एक - एक किलोमीटर में 16 मीटर, जबकि बीच के आधा किलोमीटर में इसकी चौड़ाई बढ़कर 30 मीटर हो जाती है. इसका शिलान्यास 2018 में रघुवर सरकार के समय किया गया था. उद्घाटन कार्यक्रम मसलिया प्रखंड के मकरमपुर गांव में सोमवार को रखा गया है. यहां से कुछ ही दूरी पर हेलीपैड भी बनाया गया है. सीएम हेमंत सोरेन रांची से सीधे कार्यक्रम स्थल के पास बने हैलीपैड में ही उतरेंगे.
उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे और एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने रविवार (29 अक्टूबर) की शाम अधिकारियों को ब्रीफिंग कर ड्यूटी पर मुस्तैद रहने का निर्देश दिया था. साथ ही यह भी कहा गया कि उद्घाटन कार्यक्रम में जो भी ग्रामीण पहुंचेंगे उन्हें कोई असुविधा न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए. कार्यक्रम स्थल पर बैठने और पेयजल की भी व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.
10 किलोमीटर कम हो जाएगी दूरी:पुल से सबसे ज्यादा फायदा दुमका जिले के मसलिया प्रखंड के लगभग दो दर्जन गांव के लोगों को होगा. पुल से जिला मुख्यालय तक आने की दूरी लगभग 10 किलोमीटर कम हो जाएगी. लंबे समय से यहां के ग्रामीण निर्माण का इंतजार कर रहे थे. इसके साथ ही सदर प्रखंड के लोगों को भी मसलिया और रानीश्वर प्रखंड जाने में सुविधा होगी.
पर्यटन क्षेत्र को भी मिलेगा बढ़ावा:इससे आवागमन के साथ-साथ पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा. कम समय में मसानजोर डैम पहुंचेंगे. रोजगार के अवसर बढ़ेंगे क्योंकि अब मसलिया प्रखंड के लोग आसानी से जिला मुख्यालय पहुंचकर अपने उत्पाद जैसे मछली, अनाज, साग-सब्जियां बेच सकेंगे. छात्र-छात्राओं को स्कूल-कॉलेज तक पहुंचने में आसानी होगी.