दुमका: अवैध लॉटरी के बड़े कारोबार का पर्दाफाश हुआ है. यह काफी दिनों से पूरे जिले में चल रहा था. इस मामले में बड़ी खबर यह है कि दुमका भाजपा के नगर अध्यक्ष पंकज वर्मा को इस अवैध कारोबार के सरगना के तौर पर नामजद आरोपी बनाया गया है. इसके साथ ही बीजेपी नेता पंकज वर्मा के भाई संदीप वर्मा, सहयोगी दीपक साह और संजय सिंह का भी नाम इस रैकेट में सामने आया है. इन सभी के नाम पुलिस ने एफआइआर में दर्ज किए हैं.
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क्या है पूरा मामला: दरअसल, सोमवार को दुमका पुलिस ने एसडीपीओ नूर मुस्तफा के नेतृत्व में दुमका में लॉटरी के अवैध कारोबार के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया था. इसमें शहर के कई इलाकों में छापेमारी की गई. जिसमें बारह लोगों को गिरफ्तार किया गया. यह अवैध लॉटरी का कारोबार ऑनलाइन और टिकट दोनों के माध्यम से संचालित किया जा रहा था. इनके पास से भारी मात्रा में लॉटरी के टिकट, एक दर्जन से अधिक मोबाइल फोन, काफी रुपए बरामद किए गए. गिरफ्तार लोगों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने ही जानकारी दी कि बीजेपी नेता पंकज वर्मा से ही हम कारोबार करते हैं. पुलिस को जब पंकज वर्मा के नाम की जानकारी प्राप्त हुई तो देर रात उसके ठिकानों पर छापेमारी की गई. हालांकि वह फरार हो गया.
क्या कहते हैं एसडीपीओ: दुमका एसडीपीओ नूर मुस्तफा ने बताया कि काफी दिनों से दुमका में लॉटरी के अवैध कारोबार होने की सूचना मिल रही थी. हमलोगों ने अपनी जानकारी पुख्ता की और एक साथ कई ठिकानों पर कल छापेमारी की गई थी. जिसमें 12 लोग गिरफ्तार हुए थे. उन्हीं से पूछताछ में पंकज वर्मा का नाम सामने आया. हमलोगों ने देर रात उसकी गिरफ्तारी के लिए कई जगह छापेमारी की, आज सुबह भी यह छापेमारी जारी रही. लेकिन वह गिरफ्त में नहीं आ सका है. एसडीपीओ ने बताया कि इस मामले में पंकज वर्मा के साथ उनका भाई संदीप वर्मा, सहयोगी दीपक साह और एक अन्य कारोबारी संजय सिंह का भी नाम सामने आया है. उनकी भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी.
लाखों रुपए प्रतिदिन लॉटरी का होता है कारोबार: हम आपको बता दें कि दुमका में लॉटरी के अवैध कारोबार लाखों पर रुपए का है. यह टिकट विक्रेता ऑनलाइन अपने काम को अंजाम देते हैं. इसके साथ ही कुछ ऐसे भी लॉटरी बेचने वाले हैं जो अपने जेब में टिकट लेकर भोले भाले लोगों को अपना निशाना बनाते हैं. जल्द धनवान बनने के चक्कर में गरीब लोग अपना सब कुछ गंवा देते हैं और इसका फायदा यह अवैध कारोबारी उठाते हैं.