दुमकाः विधायक सीता सोरेन के जामा विधानसभा क्षेत्र की ग्रामीण सड़कों की स्थिति बदहाल है, लोग भी परेशान हैं. झारखंड की उपराजधानी दुमका के जामा विधानसभा से लगातार तीन बार से सीता सोरेन विधायक हैं. सीता सोरेन झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की पुत्रवधू और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी हैं. जनप्रतिनिधि के हिसाब से भले ही जामा क्षेत्र को आप वीआईपी एरिया मान सकते हैं पर यहां की ग्रामीण सड़कों की स्थिति बदहाल है. जिसमें पैदल और साइकिल से भी चलना मुश्किल है.
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जामा विधानसभा क्षेत्र के जामा प्रखंड के खिजरी, घड़भंगा, बाबूपुर, दलदली, मदनपुर सहित अन्य क्षेत्रों के एक दर्जन से अधिक गांव की सड़कें काफी बदहाल है. इन जर्जर सड़कों पर सड़क पैदल चलना भी तकलीफदायक है. इससे आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ईटीवी भारत की टीम ने जामा क्षेत्र के कई गांवों में जाकर जर्जर सड़क की वजह से लोगों को हो रही परेशानी को जाना.
लोगों ने बताया कि पैदल और साइकिल तक चलाने में कष्ट हो रहा है. प्रतिदिन इस जर्जर सड़क पर हादसे हो रहे हैं और लोग घायल हो रहे हैं मरीज को अस्पताल पहुंचाना हो या फिर छात्र-छात्राओं को स्कूल-कॉलेज जाना हो. मजदूर को काम की तलाश में शहर जाना हो या फिर किसी काम से प्रखंड मुख्यालय जाना हो, सभी कार्यों में परेशानी होती है. इस रोड पर सफर के नाम से ही डर लगता है. वो सरकार, जिला प्रशासन और स्थानीय विधायक सीता सोरेन से इस पर ध्यान देने की मांग कर रहे हैं.
क्या कहती हैं विधायक सीता सोरेनः जामा प्रखंड में जर्जर सड़कों की वजह से लोगों को हो रही परेशानी के संबंध में ईटीवी भारत संवाददाता ने विधायक सीता सोरेन से फोन पर बात की. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की समस्या का जल्द समाधान होगा और इन बदहाल सड़कों को बनवाया जाएगा. अच्छी सडकों से विकास का मार्ग प्रशस्त होता है. अगर किसी क्षेत्र की सड़कें बदहाल है तो जाहिर है कि वहां का विकास किस तरह बाधित रहेगा. ऐसे में सरकार, जिला प्रशासन के साथ स्थानीय विधायक को इस पर अविलंब पहल करने की आवश्यकता है.