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रोजगार के लिए सात दिनों से अनशन पर बैठे युवकों की बिगड़ी तबीयत, दी आत्मदाह की चेतावनी

धनबाद में नियोजन की मांग को लेकर चार युवक सात दिनों से अनशन पर बैठे हैं, लेकिन इनकी मांगों पर बीसीसीएल और आउटसोर्सिंग कंपनी ध्यान देने को तैयार नहीं है. अब स्थिति यह है कि अनशन पर बैठे युवकों की तबीयत बिगड़ने लगी है.

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सात दिनों से अनशन पर बैठे युवकों ने दी आत्मदाह की चेतावनी

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Published : Sep 1, 2021, 7:04 PM IST

धनबादःबीसीसीएल ब्लॉक दो के तहत बेनीडीह में संचालित अंबे आउटसोर्सिंग कंपनी में नियोजन की मांग को लेकर चार युवक पिछले 7 दिनों से अनशन पर बैठे हैं. इंटक के बैनर तले अनशन पर बैठे युवकों की तबीयत भी बिगड़ने लगी है, लेकिन अब तक आउटसोर्सिंग प्रबंधन ने इन युवकों की सुध नहीं ली है. कंपनी की अनदेखी से नाराज युवकों ने 2 सितंबर को आत्मदाह की चेतावनी दी है.




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अनशन पर बैठे युवकों ने कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन और आउटसोर्सिंग कंपनी की मिलीभगत है. दोनों मिलकर स्थानीय लोगों को रोजगार से वंचित रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोयला खनन जिस स्थान पर चल रहा है, उस स्थान से आधे किलोमीटर की दूरी पर हमारा घर है. लेकिन, हमलोगों को रोजगार नहीं दिया गया.

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प्रशासन की प्रबंधन से मिलीभागत

अनशन पर बैठे मेराज ने कहा कि पिछले सात दिनों से आमरण अनशन पर हैं. इसके बावजूद बीसीसीएल प्रबंधन और आउटसोर्सिंग कंपनी हाल देखने नहीं पहुंची है. उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों की मिलीभगत है. इसलिए ये लोग चाहते है कि अनशन पर बैठे-बैठे मर जाए. उन्होंने कहा कि हमारे यहां के कोयला पूरे भारत में सप्लाई होता है और हम बाहर रोजगार की तलाश में काहे जाएंगे. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को बीसीसीएल प्रबंधन और अंबे आउटसोर्सिंग प्रबंधन रोजगार मुहैया कराए.

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