धनबाद:नीलाम हुए केएमसीईएल कंपनी के मजदूरों ने बकाया वेतन को लेकर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है. कुमारधुबी बचाव समिति के बैनर तले बगानधौड़ा स्थित गांधी आश्रम के समक्ष सभा कर रहे मजदूरों ने आंदोलन छेड़ दिया है. सभा में मुख्य रूप से चिरकुंडा नगर परिषद के निवर्तमान उपाध्यक्ष सह भाजपा ग्रामीण जिला उपाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह उपस्थित थे.
नीलाम हुई केएमसीईएल कंपनी के खिलाफ मजदूरों ने फूंका बिगुल, बीजेपी नेता ने लगाया बेघर करने का आरोप - Workers movement against auctioned KMCEL company
केएमसीईएल कंपनी के खिलाफ मजदूरों ने आंदोलन छेड़ दिया है. मजदूर बकाया वेतन की मांग कर रहे हैं. साथ ही भाजपा नेता ने ये आरोप लगाया है कि कंपनी यहां के मजदूरों को बेघर करने की साजिश रच रही है. auctioned KMCEL company in dhanbad

Published : Nov 6, 2023, 12:17 PM IST
नगर परिषद के निवर्तमान उपाध्यक्ष ने क्या कहा:उपाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पचास साल से अधिक समय से मजदूरों के साथ अन्य लोग यहां निवास कर रहे हैं. जिन्हें बेघर करने की साजिश रची जा रही है. जबकि मजदूरों का अब तक बकाया भुगतान भी नहीं हुआ है. लोगों को बेघर नहीं होने दिया जाएगा. जरूरत पड़ी तो कोर्ट का दरवाजा खट-खटाया जाएगा. कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि जीत मजदूरों की होगी और कुमारधुबी के अस्तित्व को बचाने में जरूर कामयाब होंगे.
घर और रोजगार सुरक्षा की मांग:जय प्रकाश सिंह ने कहा कि जमीन का सर्वे कराकर दिवाली और छठ पर्व के समय मजदूरों के साथ यहां के लोगों को डराने का काम किया जा रहा है. जबकि बगानधौड़ा निवासी जयंत दास की पीएम से की गई शिकायत के आलोक में तत्कालीन सीओ अमृता कुमारी ने अपनी जांच रिपोर्ट में यहां की जमीन को गैरआबाद बताया था. वहीं सांसद पीएन सिंह ने सीएम हेमंत सोरेन को पत्र भेजकर यहां के लोगों के घर और रोजगार की सुरक्षा की मांग की थी.
धनबाद डीसी से मांगा गया था जवाब:सरकार के सचिव ने धनबाद डीसी से मंतव्य के साथ इसपर जवाब मांगा था. नौ माह बीत जाने के बाद भी इसपर कोई पहल नहीं की गई. अब यहां के लोगों के पास आंदोलन या कोर्ट का दरवाजा खट खटाने के अलावे कोई रास्ता नहीं बचा है. इसके लिए सभा के दौरान कुमारधुबी बचाओ समिति का गठन कर लिया गया है. समिति के लोगों ने कहा कि किसी भी सूरत में कुमारधुबी के अस्तित्व को खत्म होने नहीं दिया जाएगा.