धनबाद:जिले के ईजे एरिया भौरा में आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा कोयला खनन करने के विरोध में सोमवार को महिलाओं ने डीजीएमएस कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान महिलाओं ने डीजीएमएस के अधिकारियों के ऊपर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. इस दौरान महिलाओं ने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी के द्वारा महज 30 से 35 मीटर में ही कोयला का खनन किया जा रहा है. इस कारण लोगों के ऊपर खतरा मंडरा रहा है.
Protest In Dhanbad: धनबाद डीजीएमएस कार्यालय के समक्ष महिलाओं ने किया प्रदर्शन, ईजे एरिया भौरा में कोयला खनन कार्य पर रोक लगाने की मांग
धनबाद के डीजीएमएस कार्यालय के समक्ष महिलाओं ने प्रदर्शन किया. इस दौरान महिलाओं ने ईजे एरिया भौरा में कोयला खनन कार्य पर रोक लगाने की मांग की. महिलाओं ने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी नियमों को ताक पर रख कर आबादी वाले इलाके में खनन कर रही है. इससे जान-माल का नुकसान होने का खतरा है.
कई बार अधिकारियों से की शिकायत, लेकिन नहीं हुई कोई पहलः प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा कि हैवी ब्लास्टिंग से घरों की दीवारों में कंपन होती है और दरारें आ रही हैं. इस संबंध में कई बार बीसीसीएल और डीजीएमएस के अधिकारियों से लिखित शिकायत की गई है, लेकिन अधिकारी सुध नही ले रहे हैं. अधिकारियों के रवैया ग्रामीणों के प्रति अच्छा नहीं है. उनके रवैये से परेशान होकर ग्रामीणों ने डीजीएमएस कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया.
मानक को ताक पर रखकर खनन करने का लगाया आरोपःमहिलाओं ने बताया कि खान सुरक्षा महानिदेशालय द्वारा खनन के लिए मानक तय किया गया है. सेक्शन 22 के अनुसार कोई भी खनन कार्य आबादी के 500 मीटर की परिधि से बाहर करना है. लेकिन यहां नियमों को ताक पर रखकर आबादी से महज 30 से 35 मीटर की दूरी पर खनन कार्य चल रहा है. जिसका विरोध करने पर आउटसोर्सिंग कंपनी के लोग आबादी में घुसकर लोगों के साथ मारपीट करते हैं.
आबादी वाले क्षेत्र में खनन कार्य पर रोक लगाने की मांगः इस दौरान महिलाओं ने नियम के विरुद्ध खनन कार्य करने वाली आउटसोर्सिंग कंपनी पर रोक लगाने की मांग की है. इस दौरान महिलाओं ने कहा कि समय-समय पर कंपनी द्वारा की जा रही ब्लास्टिंग से भी घनी आबादी के लोग भयभीत हैं. कई बार ब्लास्टिंग के वजह से पत्थर उनके घरों पर गिर चुके हैं. ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.