धनबादः जिले के गया पुल स्थित प्रतिष्ठित रेडियोलॉजी क्लिनी लैब को डीसी उमाशंकर ने सील करते हुए संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. जिले के तीन रेडियोलॉजिस्ट आविष्कार, आयुष्मान और क्लिनी लैब के खिलाफ सरकारी गाइडलाइन का पालन किए बगैर जांच करने की शिकायत डीसी को मिली थी. इसके बाद डीसी ने क्लिनी लैब में छापेमारी की. इस दौरान क्लिनी लैब का शटर बाहर से बंद मिला. लेकिन अंदर लोगों की भीड़ लगी थी. छापेमारी के दौरान सबसे बड़ी यह बात सामने आई है कि कोरोना पॉजिटिव के साथ निगेटिव लोगों के भी एक्सरे और चेस्ट की जांच क्लिनी लैब में की जा रही थी. इसके पुख्ता सुबूत भी डीसी को छापेमारी के दौरान मिले हैं.
बाहर से क्लिनी लैब में ताला, भीतर लगी थी भीड़, जानें क्या चल रहा था खेल - रेडियोलॉजी क्लिनी लैब
धनबाद के गया पुल के पास रेडियोलॉजी क्लिनी लैब में चल रहे खेल को डीसी ने पकड़ा है. पहले से मिल रही शिकायतों पर जांच के लिए डीसी पहुंचे तो लैब का शटरडाउन था. उस पर बाहर से ताला लगा था. भीतर भीड़ थी और इन्हें दूसरे रास्तों से लाया जा रहा था. यहां पर कोरोना पॉजिटिव और निगेटिव मरीजों की साथ ही जांच की जा रही थी और कोविड-19 गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा था. इस पर डीसी ने लैब सील करने और उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं.
लैब होगी सील, प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी
डीसी उमाशंकर सिंह ने बताया कि क्लिनी लैब में सरकार के गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रहीं थीं. इसके पहले भी उन्हें चेतावनी दी गई थी, लेकिन लैब संचालक ने ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों के साथ ही निगेटिव लोगों की जांच लैब में चल रही थी. कोरोना पॉजिटिव मरीजों के चेस्ट और एक्सरे की जांच यहां की जा रही थी. लेकिन उन पॉजिटिव मरीजों की जानकारी प्रशासन को नहीं दी जा रही थी. वैसे पॉजिटिव मरीज लैब से जांच के बाद भागकर निकल जाते हैं. लैब में चेस्ट और एक्सरे की जांच के प्रमाण हैं. एक ही स्थान पर पॉजिटिव और निगेटिव दोनों की जांच की जा रही है. सभी मशीनों को ऑपरेट किया जा रहा था. इसके लिए बाहर से शटर में ताला लगाकर दूसरे रास्ते से लोगों को जांच के लिए प्रवेश कराया जा रहा था. उन्होंने कहा कि लैब को संक्रमण फैलाने का जिम्मेदार मानते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने एवं लैब को सील करने का निर्देश दिया है.