झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

प्रदूषण की समस्या से परेशान ग्रामीणों ने कांटा घर का किया चक्काजाम, बीसीसीएल प्रबंधन ने कहा- मांग जायज नहीं

धनबाद में ग्रामीणों ने बीसीसीएल के कांटा घर का चक्का जाम कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि कांटा घर खुलने से हर तरफ डस्ट उड़ता है, जिससे लोग बीमार हो रहे हैं. वहीं बीसीसीएल प्रबंधन ने कहा कि प्रदूषण के मापदंडों के अनुसार ही काम किया जा रहा है.

By

Published : Dec 24, 2020, 7:34 PM IST

Villagers close BCCL fork house in dhanbad
कांटा घर का चक्काजाम

धनबाद:जिले के करकेंद इलाके में प्रदूषण की समस्या से परेशान ग्रामीणों ने बीसीसीएल के कांटा घर का चक्का जाम कर दिया. बीसीसीएल प्रबंधन ने कहा कि इनकी मांगे अनुचित है, प्रदूषण के मापदंडों के अनुसार ही काम किया जा रहा है.

देखें पूरी खबर

ग्रामीणों ने बीसीसीएल पर लगाया आरोप

धनबाद के पुटकी, करकेंद बीसीसीएल कांटा घर केंपस में प्रदूषण के खिलाफ सेकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने चक्का जाम किया. ग्रामीणों का कहना है कि कांटा घर खोलने के लिए आसपास के इलाकों के हजारों पेड़ों को बीसीसीएल ने कटवा दिया है, यहां बड़ी- बड़ी वाहनों के चलाने से डस्ट उड़ता है, जिससे लोग बीमार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल न ही पानी का छिड़काव करती है और न ही साफ सफाई करवाती है, बीसीसीएल लोगों की जान से खिलवाड़ कर रही है.


आंदोलन की चेतावनी
वहीं ग्रामीण एकता मंच के अध्यक्ष बबलू सिंह ने बताया कि धनबाद प्रदूषण के मामले में टॉप पर है, प्रदूषण को रोकने के बजाय बीसीसीएल कंपनी प्रदूषण फैलाने का काम कर रही है, कांटा घर खुलने से बीमारी फैल रही है, साथ ही बड़ी-बड़ी वाहनों के चलने से सड़क हादसे में लोगों की मौत हो रही है. उन्होंने बताया कि बीसीसीएल के खिलाफ प्रदूषण रोकने के लिए झारखंड के उच्च न्यायालय में पीआईएल दायर की गई है, अगर मांगे नहीं मानी जाती है तो आगे इससे भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

इसे भी पढे़ं: पुलिस ने चलाया वाहन जांच अभियान, नियमों का उल्लंघन करने वालों पर लगाया जुर्माना

कांटा घर बंद होने से एक दिन में लाखों का नुकसान

वहीं बीसीसीएल प्रबंधन का कहना है कि प्रदूषण तो है, लेकिन मापदंडों के अनुरूप ही काम हो रहा है, समय-समय पर पानी का छिड़काव किया जाता है और जो पेड़ की कटाई की गई है, उसके एवज में हजारों पेड़ लगाने का काम भी किया गया है, ग्रामीणों से वार्ता करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की मांगें जायज नहीं है और कांटा घर बंद करने से एक दिन में लाखों का नुकसान हो रहा हैं, प्रशासन को इस पर कार्रवाई का निर्देश दे दिया गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details