धनबाद:पिछले दिनों रेलवे प्रशासन ने स्टेशन रोड के किनारे दुकानें लगाने वाले लौगों को अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस थमाया था. इसके बाद फुटपाथ दुकानदारों ने धनबाद के डीसी और जनप्रतिनिधियों से मिलकर मामले से अवगत कराया है. स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि यह जमीन जिला प्रशासन के अधीन है, लेकिन रेलवे ने उक्त जमीन को अपना बताते हुए दुकानदारों को नोटिस थमाया (Railway Notice to Station Road Shopkeepers) है.
रेलवे ने थमाया था दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने का नोटिस, एसडीएम की जांच में प्रशासन की निकली जमीन - धनबाद रेलवे स्टेशन
पिछले दिनों रेल प्रशासन ने स्टेशन रोड के दुकानदारों को रेलवे की जमीन अतिक्रमण का हवाला देकर नोटिस थमाया था. जिस पर दुकानदारों के अनुरोध पर एसडीएम ने जमीन की जांच (SDM Investigates Land Encroachment Case) की. जांच में जमीन प्रशासन की निकली है.
फुटपाथ दुकानदारों में रेल प्रशासन के प्रति आक्रोशः इसको लेकर स्टेशन रोड फुटपाथ दुकानदारों में रेलवे के प्रति आक्रोश है. इस संबंध में फुटपाथ दुकानदारों ने बताया कि पूर्व में जमीन की जांच के लिए धनबाद एसडीएम कार्यालय में आवेदन दिया था. जिसके बाद धनबाद एसडीएम स्टेशन रोड का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने रेलवे द्वारा ही जमीन का अतिक्रमण पाया था. बताया जाता है कि उक्त जमीन जिला प्रशासन की है. ऐसे में रेलवे ने फुटपाथ दुकानदारों को किस आधार पर नोटिस दिया गया है, यह जांच का विषय है.
जांच में एसडीएम ने माना प्रशासन की है जमीनः इस संबंध में फुटपाथ दुकानदारों के नेता राजनाथ सिंह ने बताया कि तीन दिनों से एसडीएम स्टेशन रोड की जमीन का निरीक्षण कर रहे थे. गुरुवार को धनबाद एसडीएम स्टेशन रोड पहुंचे और यहां पर रेलवे की जमीन और जिला प्रशासन की जमीन का उन्होंने निरीक्षण किया. राजनाथ सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन की जमीन पर रेलवे के द्वारा कई माह से गार्डन के नाम पर अवैध कब्जा कर रखा है और ऊपर से फुटपाथ दुकानदारों को नोटिस थमा दी गई, यह जो सरासर गलत है. राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि एसडीएम ने निरीक्षण के दौरान यह बातें कही कि उक्त जमीन जिला प्रशासन की जमीन है. ऐसे में रेलवे इस जमीन पर अपना हक कैसे जता रहा है.