धनबाद: जिले के बलियापुर प्रखंड के बिरसिंहपुर पंचायत में मनरेगा योजना में घोटाले और गड़बड़ी का मामला सामने आया है. जिसके खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीण ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
मनरेगा तालाब निर्माण में घोटाला, बिना काम कराए ही खाते में भेजे जा रहे रुपए, ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग
धनबाद में मनरेगा योजनाओं में अनियमितता बरती जा रही है. तालाब निर्माण में घोटाला किया जा रहा है. बिना काम कराए ही मजदूरों के खाते में पैसे भेजे जा रहे हैं और फिर इन पैसों को ठेकेदार वापस ले ले रहे हैं. 40 मजदूरों को काम पर दिखा कर सिर्फ 10 मजदूरों से काम कराया जा रहा है. ग्रामीणों ने मामले में कार्रवाई की मांग की है.
दरअसल, पंचायत में दो तालाबों का निर्माण कराया जा रहा है, लेकिन इस निर्माण कार्य में लापरवाही के साथ घोटाले की बात सामने आ रही है. जिस पंचायत में काम किया जा रहा है. उस पंचायत के जॉब कार्डधारकों को मजदूरी ना देकर दूसरे पंचायत के मजदूरों को काम दिया गया है. साथ ही मात्र 10 लोगों को काम पर लगाया गया है, जबकि 40 लोगों की मजदूरी दिखायी गई है. इससे बिरसिंहपुर पंचायत के लोगों में नाराजगी है.
बिना काम किए ही आ रहे खाते में पैसे: बिरसिंहपुर पंचायत के जॉब कार्डधारकों ने कहा कि उनके बैंक खाते में बिना काम के ही पैसा आता है. वह पैसा ठेकेदार को दे देते हैं. उसके बदले उन्हें 100 रुपया दिया जाता है. बिरसिंहपुर पंचायत के मजदूरों ने कहा कि 2 साल से काम मांग रहे हैं, लेकिन मनरेगा में काम नहीं दिया गया. दूसरे पंचायत के काम कर रहे मजदूरों को नगद भुगतान किया जाता है. 40 मजदूर के स्थान पर 10 लोगों को लगाया गया है. उन्होंने इसकी शिकायत मुखिया से भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
वहीं पंचायत के मुखिया ने कहा कि लोगों की शिकायत पर उस जगह की जांच की गई. 10 मजदूर काम कर रहे हैं. जबकि 40 लोगों को मजदूरी प्रतिदिन दी जा रही है. कागज में 40 मजदूरों को दिखा कर 10 को काम में लगाया गया है. मुखिया होने के नाते सबसे पहली गलती उनकी है.