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सेल पीकर मजदूरों के साथ बीसीसीएल प्रबंधन अन्याय कर रही, होगा उग्र आंदोलन: अरूप चटर्जी - बीसीसीएल

धनबाद में बिहार कोलियरी कामगार यूनियन ने सेल पीकर मजदूरों के वेतन कटौती मामले में विरोध प्रदर्शन किया गया. यहां 135 सेल पीकर मजदूर सालों से कार्यरत है, लेकिन आज सभी की स्थिति दयनीय हो चुकी है.

सेल पीकर मजदूरों के साथ बीसीसीएल प्रबंधन अन्याय कर रही
Salary of cell pikar workers cut in Dhanbad

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Published : Jun 13, 2020, 12:57 PM IST

धनबाद:बाघमारा के बीसीसीएल ब्लॉक 2 अंतर्गत केकेसी मेन साइडिंग में बिहार कोलियरी कामगार यूनियन ने सेल पीकर मजदूरों के वेतन कटौती मामले में विरोध प्रदर्शन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में निरसा के पूर्व विधायक सह बिहार कोलियरी कामगार यूनियन के महामंत्री अरूप चटर्जी उपस्थित हुए.

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मजदूरों के वेतन की कटौती

मौके पर पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि सेल पीकर मजदूरों के साथ यहां की बीसीसीएल प्रबंधन अन्याय कर रहा है. कोयला माफिया, बीसीसीएल और परिवहन कंपनी का सिंडिकेट सेल पीकिंग मजदूरों के वेतन की कटौती कर रहा है. बीसीसीएल को मजदूरों का साथ देना चाहिए था, लेकिन इसके विपरीत कार्य बीसीसीएल ब्लॉक 2 प्रबंधन कर रहा है. यहां 135 सेल पीकर मजदूर सालों से कार्यरत है, लेकिन आज सभी की स्थिति दयनीय हो चुकी है. इसका जवाबदेह सबसे अधिक बीसीसीएल प्रबंधन है.

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मजदूरों को नहीं मिल रहा हाई पॉवर कमेटी का वेतन

पूर्व विधायक ने कहा कि साइडिंग में सालों से कोयला छटाई का काम करने वाले मजदूरों को हाई पॉवर कमेटी का वेतन भी नहीं दिया जा रहा है, जहां इनको 12 हजार रुपये मजदूरी मिलनी चाहिए. वहां 3 से 4 हजार रुपये दिए जा रहे हैं. बीसीकेयू इसके खिलाफ लड़ाई लड़ेगी और इनको अधिकार दिला कर ही रहेगी. अरूप ने कहा कि 2013 से ट्रांसपोर्ट की ओर से मजदूरों का पीएफ भी काटकर रखा जा रहा है, जिसे पीएफ खाते में जमा नहीं किया गया है.

ट्रेड यूनियनों के साथ इसके विरुद्ध आंदोलन

चटर्जी ने कहा कि मजदूरों के अधिकार को लेकर 15 जून को ब्लाक दो के क्षेत्रीय कार्यालय का घेराव किया जायेगा. इससे बात नहीं बनी तो कोयला भवन मुख्यालय में धरना दिया जाएगा. कमर्शियल माइनिंग पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सभी पब्लिक सेक्टर को बेचने पर आमादा है. वह सिर्फ मौके की तलाश कर रही है कि कब इसकी बोली लगाई जाए. सभी ट्रेड यूनियनों के साथ इसके विरुद्ध आंदोलन चलाया जा रहा है.

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