धनबाद:झारखंड सरकार ने अल्पसंख्यकों के हित में दो सालों से कोई काम नहीं किया है, जबकि खुद को मुस्लिम हितैषी बताती है. यह कहना है झारखंड हज हाउस के निवर्तमान चेयरमैन रिजवान खान का. रिजवान खान रविवार को धनबाद पहुंचे थे. यहां उन्होंने हेमन्त सरकार पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि झारखंड की गठबंधन सरकार जेएमएम-कांग्रेस मुस्लिमों को सिर्फ वोट बैंक मानती है.
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हज हाउस के रखरखाव पर नहीं है सरकार का ध्यान: रिजवान खान ने कहा कि हज हाउस भाजपा सरकार में 56 करोड़ की लागत से बना था, जो अब खंडहर में तब्दील होने लगा है. हज हाउस के मेंटेनेंस पर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है. आलम यह है कि हज हाउस के सभी 6 तल्ले खराब हो रहे हैं. बाथरूम के नल और झरना चोरी हो गया है. सागवान जैसी महंगी लकड़ी के दरवाजे भी खराब हो रहे हैं. हज कमेटी के चेयरमैन इरफान अंसारी को बनाया गया है, जो दो सालों में मात्र पांच बार ही हज हाउस गए हैं.
जानकारी देते रिजवान खान,निवर्तमान हज हाउस चेयरमैन अल्पसंख्यकों के लिए नहीं लिए गए निर्णय:रिजवान खान नेकहा किअब तक वक्फ बोर्ड, उर्दू अकादमी, मदरसा बोर्ड का गठन नहीं किया जा सका है. सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर देखने को मिल रहा है. विकास से वर्तमान सरकार को कोई मतलब नहीं है. राज्य में लूट, खसोट चल रही है. सरकार को आम जनता की परेशानी और सुविधा उप्लब्ध कराने की चिंता बिल्कुल भी नहीं है. अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिए कोई भी बड़े निर्णय नहीं लिए गए हैं.