धनबाद: भारतीय जनतंत्र मोर्चा का प्रतिनिधि सम्मेलन कोयला नगर स्थित बीसीसीएल के सामुदायिक भवन में बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार के विरुद्ध 'चलो चले परिवर्तन की ओर' के विषय पर सम्मेलन का आयोजन हुआ. जिसमे जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सह भारतीय जनतंत्र मोर्चा संयोजक सरयू राय मुख्य रूप से शामिल हुए. उन्होंने परिवर्तन को लेकर लोगो से साथ देने की अपील की है.
धनबाद में भारतीय जनतंत्र मोर्चा का प्रतिनिधि सम्मेलन, सरयू राय ने की भ्रष्टाचार के विरुद्ध बदलाव के लिए लोगों से साथ देने की अपील - Jharkhand news
भारतीय जनतंत्र मोर्चा ने धनबाद में प्रतिनिधि सम्मेलन किया. यहां पूर्व मंत्री सरयू राय ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध बदलाव के लिए लोगों से साथ देने की अपील की. Representative conference of Bharatiya Jantantra Morcha in Dhanbad
Published : Oct 11, 2023, 8:03 PM IST
यहां दौरान सरयू राय ने कहा कि जो स्थितियां राज्य में हो गई हैं, शासन की जो संस्कृति हो गई है, उनके बदलाव की जरूरत है. 1974 में जयप्रकाश नारायण ने भी बदलाव की बात कही थी. काफी बदलाव भी हुआ, लेकिन फिर से आज स्थित बनी है, जिसमे व्यवस्था में परिवर्तन की आवश्यकता है. सरकार, विधानसभा, और नीचे अधीनस्थ चलने वाले कार्यालयों में बदलाव की जरूरत है. आज हम सभी लोगों ने बदलाव को लेकर संकल्प लिया है, लोगों से भी हम वर्तमान में बदलाव के लिए सहयोग मांगेंगे.
जमशेदपुर में एनडीए और इंडिया दोनों के साथ मिल गए हैं. दोनों मिलकर मेरी मुखालफत करते हैं. विपक्ष मंत्री के बारे में कुछ नहीं बोलते हैं और मंत्री विपक्ष की सरकार के बारे में कुछ नहीं बोलते हैं. जमशेदपुर पूरे देशभर में अपवाद है, जहां एनडीए और इंडिया में घोर मेल मिलाप है. उन्होंने कहा कि नीचे अगर भ्रष्टाचार दिखाई दे रहा है, तो इसका मुख्य स्रोत ऊपर है. भ्रष्टाचार में सभी नंगे दिखाई पड़ रहें हैं. नीचे अगर कोई भ्रष्टाचार करें तो हम शिकायत कहां करेंगे. ऊपर के लोग भी भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं. आज बहुत ही असमंजस की स्थिति राज्य में बनी हुई है.
ईडी की कार्रवाई को लेकर सरयू राय ने कहा कि हेमंत सोरेन मेरे प्रिय लोगों में से एक हैं. ईडी अगर समन करती है, तो उन्हें जाना चाहिए, साथ ही उन्होंने कहा कि ईडी को भी समझने की जरूरत है कि मुख्यमंत्री का पद एक संवैधानिक पद है. मुख्यमंत्री का समय लेकर उनके घर, कार्यालय या गेस्ट हाउस में पूछताछ करनी चाहिए. माना कि शिष्टाचार की कमियां हो रही हैं, लेकिन मुख्यमंत्री से कोई सवाल पूछा जाता है तो उसका जवाब मुख्यमंत्री को जरूर देना चाहिए.