धनबाद:तीन दिसंबर को जेल के अंदर गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. नीरज हत्याकांड में शूटर अमन सिंह के साथ झरिया के पूर्व विधायक सह चचेरे भाई संजीव सिंह भी जेल में थे. फिलहाल संजीव सिंह का इलाज रांची रिम्स में चल रहा है. राज्यस्तरीय गठित टीम की अनुशंसा पर कोर्ट ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एम्स भेजने का निर्देश दिया था. लेकिन इस मामले में राज्य सरकार के अधिकारी उन्हें तिहाड़ जेल भेजने के लिए एक दूसरे से पत्राचार कर रहे हैं. संजीव सिंह के वकील ने इसे साजिश बताया है.
कोर्ट के आदेश का नहीं हुआ पालन: संजीव सिंह के वकील मो जावेद ने कहा कि शिकायतकर्ता राज्य सरकार से मिलकर संजीव सिंह की हत्या करा सकते हैं. उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय मेडिकल बोर्ड ने जांच के बाद बेहतर इलाज के लिए संजीव सिंह को रिम्स भेज दिया है. 14 अगस्त 2023 को उन्हें रांची रिम्स में भर्ती कराया गया था. 14 अगस्त 2023 को राज्य स्तरीय आठ डॉक्टरों के पैनल की बैठक हुई. जिसमें जांच के बाद यह बात सामने आई कि संजीव सिंह की बीमारी का इलाज झारखंड राज्य में नहीं है. डॉक्टरों के पैनल ने उन्हें दिल्ली एम्स ले जाने की सलाह दी थी. सिफारिश के बाद कोर्ट ने संजीव सिंह को बेहतर इलाज के लिए तुरंत दिल्ली एम्स ले जाने का निर्देश दिया था. कोर्ट के आदेश को आज 113 दिन बीत चुके हैं. लेकिन आज तक कोर्ट के आदेश का पालन नहीं किया गया.
जेल आईजी ने कारा सचिव को लिखा पत्र:वकील मो जावेद ने कहा कि सरकार और सरकार में बैठे अधिकारी न्यायिक आदेश का पालन करने के लिए बाध्य हैं. लेकिन संजीव सिंह के मामले में सरकार न्यायिक आदेश का पालन करने को तैयार नहीं है. उन्होंने बताया कि इस आदेश के खिलाफ जेल आईजी उमा शंकर सिंह ने राज्य सरकार के गृह कारा सचिव को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा कि जब तक एम्स दिल्ली नहीं ले जाया जाता तब तक संजीव सिंह को दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा जाए. इसके लिए जेल आईजी ने सचिव से अनुमति मांगी है.