धनबादःजिले मेंझारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के बैनर तले निजी स्कूलों के संचालकों का एक दल सोमवार को जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय पहुंचा. संचालकों ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा और मांग पूरी न होने पर धरने पर बैठ गए. ये सभी शिक्षक प्रपत्र 1 भरकर जमा कराने पहुंचे थे. वहीं डीएसई कार्यालय पहुंचने पर 25 हजार के चालान की मांग गई. इसका विरोध जताते हुए शिक्षक धरना पर बैठ गए.
निजी स्कूल संचालकों ने बताया कि सरकार की ओर से निर्देश के बाद वे लोग अपने स्कूल के आठवीं कक्षा के छात्र छात्राओं को बोर्ड परीक्षा में शामिल कराने के लिए प्रपत्र-1 का आवेदन जमा करने आए हैं. लेकिन वहां आने पर उन्हें बताया गया कि प्रपत्र 1 के साथ 25 हजार रुपये का चालान भी जमा करना है.
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चालान जमा करना असंभव
इस बाबत एसोसिएशन का कहना है कि यह मामला हाई कोर्ट में लंबित है. इस आदेश के खिलाफ निजी स्कूल संचालकों ने हाई कोर्ट से स्टे लिया है. दूसरी ओर वैश्विक महामारी कोरोना काल में स्कूल से 10 महीने तक पठन-पाठन का कार्य ठप रहा है, जिससे स्कूल संचालकों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है.
ऐसे में प्रपत्र 1 जमा किया जा सकता है, लेकिन 25 हजार रुपये का चालान जमा करना असंभव है, क्योंकि एक तो स्कूल संचालकों के समक्ष भुखमरी और दूसरा हाई कोर्ट से स्टे, लेकिन इसके बावजूद शिक्षा विभाग मनमानी करता है, तो वह लोग छात्र-छात्राओं और अभिभावकों के साथ शिक्षा अधीक्षक कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठ जाएंगे.