धनबादः टायर कारोबारी रंजीत साव की हत्या का खुलासा करने का दावा पुलिस ने किया है. अपने अनुसंधान में पुलिस ने यह दावा किया है कि पीडीएस चावल के कालाबाजारी में वर्चस्व कायम स्थापित रखने के लिए रंजीत साव की हत्या की गई. मामले में दो अपराधी विजय गर्ग और हुमायूं खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. विजय गर्ग पूर्व में पीडीएस अनाज के कालाबाजारी मामले में जेल भी चुका है.
रंजीत साव हत्याकांडः जेल में रची गई थी साजिश, वर्चस्व को लेकर हत्या - रंजीत साव हत्याकांड
धनबाद में टायर कारोबारी रंजीत साव की हत्या वर्चस्व को लेकर की गई थी. उसकी हत्या की साजिश जेल में ही रची गई थी. पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
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पुलिस के मुताबिक जब विजय जेल में बंद था, उस वक्त ही उसने अपने साथी भोलू यादव और सद्दाम के साथ मिलकर रंजीत की हत्या की साजिश रची थी. भोलू यादव विजय का राइट हैंड है. भोलू, सद्दाम और विजय तीनों एक साथ जेल में बंद थे. इस दौरान ही रंजीत को मौत के घाट उतारने की विजय ने ठान ली थी. बाहर निकलने के बाद अपराधियों को विजय ने एडवांस में एक लाख रुपए भी दिए थे. घटना का वीडियो सीसीटीवी में कैद हुआ थी. सीसीटीवी में कैद दोनों अपराधी बाहर के थे. दोनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.