धनबाद:शिक्षा समस्या और कॉलेज प्रशासन की व्यवस्था के खिलाफ आए दिन निरसा के मैथन स्थित बीएसके महाविद्यालय राजनीति का अखाड़ा बनता जा रहा है. यहां वर्तमान समय मे शिक्षा कम राजनीति ज्यादा होती है. ये हम नही यहां की घटनाएं खुद बयां करती हैं. शुक्रवार को बीएसके कॉलेज परिसर में छात्रों के दो संगठन की लड़ाई देखी गयी, जहां एक संगठन शिक्षा संस्थान में गड़बड़ी, घोटाला और शिक्षक की कमी के खिलाफ आवाज उठा रहा था. तो वहीं दूसरा इनके आवाज उठाने के तरीकों को गलत बता रहा था. एनएसयूआई (नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया) के छात्रों ने कॉलेज के मुख्य द्वार में ताला बंदी कर दी और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे.
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एनएसयूआई के छात्रों का कहना है कि कॉलेज व्यवस्था के खिलाफ अगर आवाज उठायी जाती है तो छात्रों पर कॉलेज के प्रधान क्लर्क संजीव कुमार के द्वारा मुकदमा करने की धमकी दी जाती है. साथ ही परीक्षा के समय एक शिक्षक 2 क्लास की माॅनिटरिंग करते हैं. यहां छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यहां के प्राचार्य सौंदर्यीकरण के नाम पर घोटाला कर पीके राय कॉलेज का प्राचार्य बन गए और यहां के क्लर्क संजीव कुमार को प्राचार्य का प्रभार दे दिया गया. यहां के घोटाले में प्राचार्य और क्लर्क दोनों मुख्य भागीदार हैं. उन्होंने कहा कि आरटीआई से मालूम चला कि 17 लाख रुपए राशि से कॉलेज में पेंटिंग हुई है, जो सभी पैसे प्राचार्य और क्लर्क मिलकर निगल गए हैं. कॉलेज मेंटेनेंस के नाम पर छात्रों से शुल्क ली जाती है, लेकिन उसकी सुविधा नहीं दी जाती है.
पश्चिम बंगाल से आने वाले छात्रों के साथ क्लर्क करते हैं भेदभाव:छात्रों का कहना है कि यहां पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल से आने वाले छात्रों के साथ क्लर्क भेदभाव करते हैं. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के छात्र भारत के हैं, पाकिस्तान के नहीं है. छात्रों का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होगी. विधि-व्यवस्था ठीक नहीं होगी, तालाबंदी यूं ही चलता रहेगा. सूचना मिलने पर मैथन गल्फरवाड़ी और चिरकुंडा से पुलिस जवान पहुंचे और स्थिति काबू करने का प्रयास किया गया.
विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने एनएसयूआई के छात्रों का किया विरोधवहीं दूसरी ओर विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने एनएसयूआई के छात्रों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के खिलाफ नारेबाजी की. उनका कहना है कि परीक्षा के दौरान कॉलेज में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया जा रहा है और स्थानीय पुलिस मूकदर्शक बनी हई है. वहीं पश्चिम बंगाल से परीक्षा देने आए कुछ छात्राओं का कहना है कि कॉलेज प्रबंधन सभी छात्रों के साथ खिलवाड़ कर रही है. एनएसयूआई के द्वारा किया जा रहा प्रदर्शन जायज है. छात्राओं ने कहा कि इससे पठन-पाठन बाधित हो रहा है, लेकिन भविष्य का सवाल है.
वहीं, बीएसके महाविद्यालय के क्लर्क संजीव कुमार के साथ में कॉलेज के सभी शिक्षक पास के कैंटीन में बैठे हुए थे. पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि छात्रों को मनाया गया. नहीं मानने पर हम सभी कैंटीन में आकर बैठ गए हैं. छात्रों द्वारा क्लर्क संजीव कुमार पर लगाए गए आरोप पर उन्होंने कहा कि यह सभी आरोप गलत और बेबुनियाद हैं. सभी मामलों पर जांच हो. इसके बाद छात्रों ने पुलिस पर अपनी भड़ास निकालते हुए पुलिस अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर जमकर नारेबाजी की. वहीं कॉलेज के प्राचार्य डॉ कौशल किशोर ने छात्रों को समझाया. एगयरकुंड अंचलाधिकारी अमृता कुमारी ने भी फोन पर छात्रों को समझाया, जिसके बाद छात्रों ने मुख्य द्वार पर लगे ताले को खोला.