धनबादः विधायक सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी के सामने पेश होने की नसीहत दी है. उन्होंने धनबाद सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम को ईडी के समक्ष पेश होने के लिए महाभारत का उदाहरण दिया.
विधायक सरयू राय ने कहा कि साल 2012 में अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि ईडी के बुलाने पर,जाना चाहिए. हिचकिचाने की जरूरत नही है. लेकिन हेमंत सोरेन और उनके सरकार के अधिकारी ईडी के समक्ष पेश नही हो रहें हैं. मतलब साफ है कि सरकार के निर्देश पर अधिकारी ईडी के समक्ष पेश नही हो रहे हैं. ऐसे मामले में महाभारत में एक उदाहरण है, भगवान श्री कृष्ण ने शिशुपाल को कहा था कि आप 99 बार गलती करें, तो हम बर्दाश्त करेंगे. 100 वें बार में श्री कृष्ण ने अपना हथियार चला दिया था.
उन्होंने कहा कि ईडी का लक्ष्य क्या है, आखिर कितनी बार वह समन भेजेगा. ईडी अगर नहीं बताएगा तो हमलोगों को ईडी के विरुद्ध इन बातों को उठाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी और भारत सरकार के साथ बड़ी हिम्मत के साथ लड़ रहें हैं, लेकिन ईडी को जो अधिकार मिले हैं उन्हे देखना चाहिए. कृष्ण के 99 गलतियों के आश्वासन के बदले में यह कितने समन का आश्वासन देते हैं. अगर समन के आश्वासन यदि वह नहीं देंगे तो इनकी साख मिट्टी में मिल जायेगी.
इसके साथ ही बीसीसीएल की आउटसोर्सिंग कंपनियों द्वारा नियम संगत कार्य नहीं करने, झरिया में बढ़ते प्रदूषण और धनबाद में बढ़ते रंगदारी के मामले पर विधायक सरयू राय ने अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. विधायक सरयू राय ने कहा कि दामोदर नदी के पास देवप्रभा एजेंसी के द्वारा दामोदर नदी में ओबी गिराया जा रहा है और पानी को दूषित किया जा रहा है जो कि सरासर गलत है. इस संबंध में बीसीसीएल के अधिकारियों को आउटसोर्सिंग एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. साथ ही प्रदूषण विभाग को भी संज्ञान लेने की जरूरत है. उन्होंने इस संबंध में धनबाद उपयुक्त से बात कर जांच करने की मांग की है.
वहीं झरिया में फैलते प्रदूषण पर भी उन्होंने कहा कि इस संबंध में भी सभी संबंधित अधिकारियों को जांच करने की जरूरत है. साथ ही धनबाद में बढ़ रहे रंगदारी के मामले में उन्होंने कहा कि पिछले दिनों गृह सचिव से उनकी वार्ता हुई थी. एक बार फिर सर्वमंगला नर्सिंग होम के संचालक से रंगदारी की मांग की गई है. इस संबंध में भी संचालक से मुलाकात की है और गृह सचिव से वार्ता की गई है. कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन की विफलता इसमें नजर आ रही है. एसएसपी के ऊपर भी आरोप लग रहे हैं. उनका भी प्रमोशन भी हो गया है. ऐसे में उनका भी यहां से तबादला होना जरूरी है. अन्यथा आरोप लगाते रहेंगे.