बन्ना गुप्ता, स्वास्थ्य मंत्री धनबाद:आशीर्वाद टावर में घटी भीषण घटना के बाद स्वास्थ्य मंत्री सह आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता धनबाद पहुंचे, जहां उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ डीसी, एसएसपी और विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह भी मौजूद रहीं. पाटलिपुत्र नर्सिंग होम जाकर उन्होंने घायलों से मुलाकात की और उनका हाल जाना. साथ ही मुख्यमंत्री की तरफ से मृतकों के आश्रितों को चार लाख रुपये सहायता राशि देने की बात कही. इसके अलावा उन्होंने अग्निशमन विभाग को दुरुस्त करने और हादसे में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है.
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मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि यह काफी दुखद घटना है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी घटना पर दुख जताया है. उनके निर्देश पर आज यहां मैं पहुंचा हूं. उन्होंने निर्देश दिया है कि सबसे पहले घटनास्थल का निरीक्षण करें और जो भुक्तभोगी हैं, उनसे मिलकर उनका हालचाल लें. मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सीएम ने घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. मंत्री ने कहा कि किन खामियों को लेकर लगातार तीन-तीन घटनाएं घटी हैं. इस पर हमने धनबाद के उपायुक्त को निर्देशित किया है. उन्हें निर्देश में कहा गया है कि जो नई बिल्डिंग बन रही है, उसके बायलॉज पर फायर नॉर्म्स वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लागू किया जा रहा है या नहीं, यह सुनिश्चित करें. यहां ट्रैफिक एक बड़ी समस्या है, ट्रैफिक की व्यवस्था सुदृढ़ करने को लेकर सरकार संवेदनशील है. उन्होंने कहा कि फायर इक्यूपमेंट में सुधार की जरूरत है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव बैठक कर रहे हैं. जल्द ही राज्य में अग्निशामक सेवा कैसे दुरुस्त हो, इसके लिए बृहद स्तर पर कार्रवाई करेंगे. हमारे यहां दस से पंद्रह तल्ले की बिल्डिंग है. हमारे पास संसाधनों की कमी है, वैसी कमी को दूर करने के लिए सरकार तैयार है.
सरकार की तरफ से मदद: मंत्री ने हादसे के दौरान आग बुझाने और लोगों को बचाने में अपनी भागीदारी निभाने वाले पाटलिपुत्र नर्सिंग होम के संचालक निर्मल ड्रोलिया के प्रति आभार प्रकट किया है. उनके इस नेक कार्य के लिए उन्हें सरकार की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने मृतक के आश्रितों को 4 लाख रुपए सहायता राशि देने की घोषणा की है. घायलों के इलाज में भी सरकार मदद करने के लिए तैयार है. किसी को इलाज के लिए बाहर ले जाने की बात आएगी, तो सरकार पीछे हटने वाली नहीं है. सरकार मदद के लिए खड़ा रहेगी. एयर लिफ्ट भी करना पड़े तो सरकार तैयार है.
कार्रवाई को लेकर दिए गए निर्देश: भविष्य में दोबारा ऐसी घटना ना हो, इसके लिए जिले के उपायुक्त और संबंधित अधिकारी को कड़ा निर्देश दिया है. जिन लोगों द्वारा बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन किया जा रहा है. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बड़े लोगों पर यह कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. कार्रवाई छोटे लोगों पर नहीं होनी चाहिए. छोटे लोगों पर कार्रवाई कर सिर्फ खानापूर्ति नहीं करना है. कार्यपालक अभियंता के द्वारा एक टीम का गठन किया गया है. यह टीम अपार्टमेंट की मजबूती का पता लगाएगी. बिल्डर या इसमें जो भी दोषी होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी.