झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

धनबाद में दिखी छठ की छठा, 11 क्विंटल लौकी का किया गया वितरण

झारखंड के लोगों में छठ पूजा का अलग ही उत्साह दिख रहा है. धनबाद में एक समिति ने छठ व्रतियों के प्रसाद के लिए 11 क्विंटल लौकी का वितरण किया (Committee distributed bottlegourd in Dhanba). देश में छठ पूजा की शुरूआत नहाय- खाय (Nahay Khay Chhath Puja) के साथ हो चुकी है.

By

Published : Oct 28, 2022, 12:23 PM IST

Updated : Oct 28, 2022, 12:42 PM IST

Chhath Committee distributed bottlegourd
Chhath Committee distributed bottlegourd

धनबाद: आस्था के महापर्व को लेकर कुमारधुबी बाजार सेवा समिति ने 11 क्विंटल लौकी का वितरण किया (Committee distributed bottlegourd in Dhanba). बिहार, झारखंड में महापर्व छठ पूजा को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा हैं. चार दिनों का यह आस्था का महापर्व शुक्रवार यानी आज नहाय- खाय के साथ शुरू हो गया है.

यह भी पढ़ें:नहाय खाय के साथ आज से छठ महापर्व की शुरुआत, जानें पूजन की विधि और कथा

इस दिन छठ व्रती पूरे विधि- विधान से नहा धोकर शुद्ध होकर लौकी भात बना कर पर्व की शुरूआत करती हैं. यह अनुष्ठान चार दिनों तक चलता रहता हैं. इसी क्रम में कुमारधुबी छठ पूजा सेवा समिति व पसस सदस्य मधु सिंह द्वारा कुमारधुबी बाजार स्थित संकट मोचन धर्मशाला के समीप व्रतधारियों के बीच 11 किउंटल लौकी का वितरण किया. वहीं कुमारधुबी बाजार में छोटे- छोटे बच्चों ने भी लौकी का वितरण किया. जिसका नेतृत्व पूर्व पार्षद इरफान अहमद खान ने किया और सभी व्रतधारियों के बीच लौकी वितरण कर छठ मइया से सभी के लिए मंगलकामना की.

देखें वीडियो


व्रत रखने वाली महिलाओं के प्रसाद ग्रहण करने के बाद ही परिवार के अन्य सदस्य भोजन करते हैं. इस दिन व्रत से पूर्व नहाने के बाद सात्विक भोजन ग्रहण करना ही नहाय-खाय कहलाता है. मुख्यतौर पर इस दिन छठ व्रती लौकी की सब्जी और चने की दाल ग्रहण करते हैं. इन सब्जियों को पूरी पवित्रता के साथ धोया जाता है. खाना पकाने के दौरान साफ सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है. खाना पकाने के दौरान भी छठव्रती छठी मइया की गीतों से आराधना करती नजर आती हैं.

नहाय खाय के दिन जो खाना खाया जाता है, उसमें सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जाता है. नियम का पालन करते हुए छठव्रती के भोजन ग्रहण करने के बाद घर के बाकि सदस्य भोजन ग्रहण कर सकते हैं. यह व्रत काफी कठिन होता है. इसलिए बीमार या शारीरिक रूप से कमजोर लोग इस व्रत को नहीं कर सकते हैं. मां छठ मइया सबको अपना आशीष प्रदान करती हैं.

Last Updated : Oct 28, 2022, 12:42 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details