धनबादः जिले में 1561 शिक्षकों को पीडीएस दुकानों पर प्रतिनियुक्ति की गई है, लेकिन इस मामले में प्रशासन की भारी चूक सामने आई है. प्रतिनियुक्ति सूची तैयार करते समय ऐसी गलती की गई है जिससे अब सवाल खड़े हो रहे हैं. दरअसल इस सूची में मृत शिक्षकों का नाम भी शामिल है. पीडीएस की निगरानी के लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है क्योंकि लगातार पीडीएस दुकानों में गड़बड़ी की शिकायतें मिल रहीं हैं.
कोरोना वायरस के इस कहर काल में पीडीएस दुकानों में कालाबाजारी और नापतोल में हेराफेरी को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने जिले के 1,500 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं को निगरानी के लिए तैनाती की है, लेकिन इसमें कुछ मृत शिक्षक और जिले से स्थानांतरित शिक्षक के अलावा रिटायर्ड शिक्षकों के भी नाम है. शिक्षक संघ ने भी इस पर कई सवाल उठाए हैं.
उनका कहना है कि कई ऐसे शिक्षक हैं जो लॉकडाउन के कारण जिले से बाहर फंसे हुए हैं. कुल मिलाकर शिक्षकों को ड्यूटी दिए जाने में काफी हड़बड़ी की गई है. खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता विभाग ने आदेश जारी कर कालाबाजारी को रोकने के लिए कहा था, जिसके बाद शिक्षकों की एक सूची एडीएम सप्लाई ने जारी कर दी है. प्रतिनियुक्त शिक्षक पीडीएस दुकानों की निगरानी करेंगे. साथ ही वहां पर सामाजिक दूरी का भी पालन शिक्षक कराएंगे.
वहीं दूसरी और शिक्षक संघ के महासचिव नंदकिशोर सिंह ने पीडीएस दुकानों की निगरानी में शिक्षकों की ड्यूटी लगाए जाने के बाद कहा है कि इसमें कई तरह की परेशानी आ सकती है. सुरक्षा के लिए 50 लाख का बीमा शिक्षकों का कराया जाए, साथ ही पीपीई किट समेत अन्य सुरक्षात्मक चीजें भी शिक्षकों को उपलब्ध कराई जाएं.