धनबादः बीसीसीएल ब्लॉक दो अंतर्गत बेनीडीह रेल साइडिंग तथा केशरगढ़ रेल साइडिंग के सेलपीकर मजदूर पिछले 4 दिनों से बकाये वेतन तथा हाई पावर कमिटी की सिफारिश के आधार पर वेतन की मांग की लेकर आंदोलन कर रहे थे. इस बीच रविवार को पहुंची पुलिस और सीआईएसएफ की टीम ने लाठीचार्ज कर आंदोलन को समाप्त करा दिया. लाठीचार्ज की कार्रवाई से वहां भगदड़ मच गई. मजदूर लाठीचार्ज की कार्रवाई के बाद इधर उधर भागने लगे. महिला मजदूरों को घेराबंदी कर हिरासत में ले लिया गया है. इस दौरान एक महिला मजदूर की तबीयत भी बिगड़ गई.वहीं कई अन्य मजदूरों के घायल होने की बात बताई जा रही है. इस पूरे मामले में ब्लॉक दो जीएम चितरंजन कुमार ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.
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इधर एडीएम लॉ एंड ऑर्डर कुमार ताराचंद ने कहा कि पिछले तीन दिनों से मजदूर आउटसोर्सिंग कंपनी का परिवहन बंद कर रखे थे. आज उनके आंदोलन का चौथा दिन था. शनिवार को एसडीएम और आंदोलनकारियों के साथ तीन दौर की वार्ता चली थी मजदूरों की मांगों पर सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन मजदूर अड़े रहे. मजदूरों को यह भी कहा गया कि अपनी मांगों को लेकर आप अपना आंदोलन करते रहिए लेकिन ट्रांसपोर्टिंग चालू होने दीजिए. उनसे कहा गया कि आप बगल में आंदोलन कर सकते हैं, लेकिन वे लोग नहीं माने.
पावर प्लांट और इस्पात कंपनी को कोयले की आपूर्ति की जाती है. आउटसोर्सिंग कंपनी की ट्रांसपोर्टिंग बंद कर देने से पावर प्लांट और इस्पात कंपनी को कोयले की आपूर्ति बंद हो गई है. एडीएम ने कहा कि आउटसोर्सिंग की ओर स्थानीय 100 लोगों को कंपनी में रोजगार दिया गया है, जबकि ग्रामीणों के दबाव पर 192 अन्य लोगों को भी कंपनी ने रोजगार पर रखा है. इनमें जो विसंगतियां हैं, इसका समाधान कंपनी से वार्ता के जरिए ही निकाला जा सकता है.
धनबाद में मजदूरों ने मांगा वेतन, पुलिस ने दी लाठियां, कई मजदूर घायल अफसरों की सफाई आज फिल सीओ द्वारा आंदोलनकारियों को समझाने बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन आंदोलनकारियों का रवैया पूर्व की तरह ही था. इस पर पुलिस और सीआईएसएफ के जवान उन्हें हटाने गए थे. लेकिन आंदोलन कर रहे मजदूर विरोध पर उतर आए, जिसके बाद लाठीचार्ज कर लोगों तितर बितर किया गया है.