धनबादः झरिया कोल्फील्ड बचाओ समिति के सदस्यों ने झरिया के अग्नि प्रभावित क्षेत्र लिलोरीपथरा का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में रह रहे लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को जाना. झरिया कोलफील्ड बचाओ समिति के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि इस क्षेत्र में करीब 350 परिवारों की स्थिति काफी खराब है. सरकार को अविलंब यहां रह रहे लोगों की समस्याओं पर विचार करना चाहिए. इस दौरे में अमित साहू, शिवबालक पासवान, उपेंद्र गुप्ता सहित झरिया कोलफील्ड बचाओ समिति के कई सदस्य मौजूद रहे.
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मीडिया से बातचीत के दौरान राजीव शर्मा ने कहा कि यहां रह लोग विषम परिस्थितियों में अपना जीवन गुजर बसर कर रहे हैं. सरकार कोयला उत्पादन के लिए बड़े बड़े प्रोजेक्ट बनाती है, यहां उत्पादित कोयला स्टील प्लांट से लेकर विभिन्न ऊर्जा कंपनियों को भेजा जाता है. लेकिन यहां के लोगों का सरकार ख्याल नहीं रख रही है. राजीव शर्मा चंडीगढ़ की तर्ज पर अग्नि प्रभावित क्षेत्र में बसे लोगों विस्थापित कर उन्हें फिर से बसाने की मांग सरकार से की है.
अपने दौरे के दौरान कहा कि झरिया कोलफील्ड बचाओ समिति का पुनर्गठन हुआ है, हम सभी विभिन्न अग्नि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं, उन क्षेत्रों का डाटा इकट्ठा किया जा रहा है. डाटा इकट्ठा होने के बाद मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाने की बात चल रही है. झरिया बचाओ कोलफील्ड समिति के सदस्य और पदाधिकारी वकील से राय मशवरा कर रहे हैं. सभी के द्वारा मिलकर इस पर निर्णय लिया जाएगा, इसके बाद सुप्रीम कोर्ट का रुख किया जाएगा.
झरिया मास्टर प्लान के तहत अग्नि प्रभावित और भू-धंसान क्षेत्रों में बसे लोगों को बेलगड़िया टाउनशिप में अबतक हजारों परिवारों को बसाया जा चुका है. लेकिन अब भी कई ऐसे परिवार हैं जो अग्नि प्रभावित क्षेत्र में ही रह रहें है, वैसे परिवार अब भी जिंदगी जीने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. बीसीसीएल और डीजीएमएस झरिया में आग को लेकर वैसे क्षेत्रों को खतरनाक घोषित कर चुकी है. लेकिन उन्हें बसाने की कार्रवाई काफी धीमी गति से चल रही है. बेलगड़िया टाउनशिप में रोजगार व अन्य सुविधाओं की मांग विस्थापित होने वाले लोग कर रहे हैं.