धनबाद:बीसीसीएल वाशरी डिवीजन के चीफ मैनेजर स्वरूप कुमार दत्ता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आधुनिक वाशरी नहीं होने के कारण कोकिंग कोल को स्टील प्लांट में न भेजकर मजबूरन पावर प्लांट में भेजना पड़ रहा है. अगले एक साल में इस कमी को दूर कर उत्तम किस्म की कोकिंग कोल की सप्लाई की जाएगी.
BCCL वाशरी डिवीजन के चीफ मैनेजर ने की ईटीवी भारत से खास बातचीत, कहा- पावर सेक्टर को कोकिंग कोल की सप्लाई मजबूरी
धनबाद में बीसीसीएल वाशरी डिवीजन के चीफ मैनेजर स्वरूप कुमार दत्ता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आधुनिक वाशरी नहीं होने के कारण कोकिंग कोल को स्टील प्लांट में न भेजकर मजबूरन पावर प्लांट में भेजना पड़ रहा है. साल 2023-24 तक सात नए वाशरी बनकर तैयार हो जाएंगे.
ये भी देखें-रांची में सजा तिलकुट बाजार, दूसरे राज्यों से भी खरीदने पहुंच रहे हैं लोग
वहीं, उन्होंने कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए हम सभी प्रयासरत है. साल 2023-24 में सात नए वाशरी बनकर तैयार हो जाएंगे. इनमे से एक दहिबाड़ी वाशरी तैयार हो चुका है, अगले एक साल में यह प्रगति नजर आने लगेगी. फिलहाल पुराने 6 वाशरियों से काम चल रहा है. उत्तम किस्म के कोयले को इनमें वाश किया जा रहा है. कम गुणवत्ता के कोयले को इनमे वाश करना मुनासिब नहीं है, लेकिन यह कमी भी जल्द ही दूर हो जाएगी.