झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

May Day In Dhanbad: मई दिवस पर श्रम कानूनों का विरोध, बीमा कर्मचारी संघ ने किया प्रदर्शन - Jharkhand latest news

धनबाद में मई दिवस पर बीमा कर्मचारी संघ ने श्रम कानूनों का विरोध किया. रविवार को कर्मचारियों ने मई दिवस पर श्रम कानूनों का विरोध कर शहर में प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

insurance-workers-union-protest-against-labor-laws-on-may-day-in-dhanbad
धनबाद

By

Published : May 1, 2022, 3:18 PM IST

Updated : May 1, 2022, 3:30 PM IST

धनबादः मई दिवस पर श्रमिक चौक के पास बीमा कर्मचारी संघ ने श्रम कानूनों में बदलाव का जबरदस्त विरोध किया है. संघ ने कहा कि सरकार इस कोरोना काल में भी मजदूरों के साथ अन्याय कर रही है. राहत पैकेज के नाम पर कर्ज बांट रही है लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जाएगा.

इसे भी पढ़ें- अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस: झारखंड में श्रम विभाग में अधिकारियों की भारी कमी, कौन करेगा कानून की रक्षा

धनबाद में मई दिवस पर श्रम कानूनों का विरोध बीमा कर्मचारी संघ धनबाद द्वारा किया गया है. उन्होंने केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ आंदोलन का आह्वान किया है. जिसमें यह बताया गया कि केंद्र सरकार कोरोना वायरस की आड़ में मजदूरों के काम करने के घंटे में बढ़ोतरी कर रही है. समन्वय के उपाध्यक्ष असिम हलधर ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विरोधी हैं.

देखें पूरी खबर

उन्होंने कहा कि पूरे देश में बेरोजगार की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ गया है. सभी बैंकों को मर्ज कर कमर तोड़ दी है. प्रधानमंत्री आज एलआईसी को तोड़ने के लिए कमर कसे हुए हैं. इसलिए आज सभी कर्मचारी डटे हुए है और लड़ाई जारी रखे हुए हैं. इससे भी बड़ी लड़ाई करने के लिए पूरे देश में बीमा कर्मचारी तेज कर धारदार लड़ाई के लिए बाध्य होंगे. ऐसे में मजदूर के सभी संगठन केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं.

इस मई दिवस के उपलक्ष्य पर सभी मजदूर शपथ ले रहे हैं. सरकार की इस नीति के खिलाफ सभी संगठन एकजुट है और इसका जमकर विरोध किया जाएगा. संघ के समन्वय उपाध्यक्ष ने कहा कि सरकार जानबूझकर सभी सेक्टर को निजीकरण की ओर धकेल रही है. सरकार सिर्फ पूंजीपतियों के बारे में सोच रही है, मजदूरों की तरफ सरकार का किसी प्रकार का ध्यान नहीं है. सरकार को अपने नीति बदलनी होगी और मजदूरों के हक की भी बात सोचनी होगी.

Last Updated : May 1, 2022, 3:30 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details