धनबाद: जिले के पूर्वी टुंडी निवासी बलराम कुम्हार ने अपनी बेटी की शादी के लिए 68 हजार रुपये जुटाकर रखे थे, लेकिन जब वह बैंक में अपने खाते को अपडेट कराने गए तो उसके तो उसे पता चला कि उसके खाते से 68 हजार रुपये गायब थे. पैसे एक महीने में आठ बार अलग-अलग तिथियों को निकाले गए थे.
बलराम कुमार के आधार से लिंक है खाता
वहीं भुक्तभोगी का कहना है कि उसने एक महीने से पैसे की कोई निकासी नहीं की है. उक्त वाक्या ग्राहक सेवा केंद्र का है. उस ग्राहक सेवा केंद्र में बलराम कुम्हार और बलराम कुमार दोनों का खाता है और जांच के दौरान यह पाया गया कि बलराम कुम्हार का खाता गांव के हीं एक बलराम कुमार के आधार से लिंक हो गया है.
बायोमैट्रिक मशीन में अंगूठा लगाकर निकालता था पैसा
जिसके कारण बलराम कुमार बायोमैट्रिक मशीन में अंगूठा लगाकर उक्त राशि की निकासी बड़े ही आसानी से कर रहा था. इस संबंध में बलराम कुम्हार की तरफ से पोखरिया बैंक शाखा में खाते से गायब पैसे को दिलाने के लिए लिखित शिकायत की है.
मामले पर हुई पंचायत
मामले की जानकारी होने पर गांव में पंचायत हुई, लेकिन बलराम कुमार पंचायत में उपस्थित नहीं हुआ.पंचायत की तरफ से भी पैसे देने का दबाव बलराम कुमार पर दिया गया. जिसके बाद उसने 43 हजार रुपये वापस किया और बाकी रुपये एक महीने में देने की बात कही.