धनबाद: मेडिकल और पुलिस वेरिफिकेशन के बाद भी अब तक बीसीसीएल में मृतक कर्मियों के आश्रितों को नौकरी नहीं मिल सकी है. बीसीसीएल की मुराईडीह कोलियरी में राथु हांडी के परिजनों के साथ भी ऐसा ही हुआ है. स्वीपर के पद पर कार्यरत राथु हांडी की 2014 में ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी. लेकिन 6 साल बीत जाने के बाद भी उसके परिजन नौकरी की मांग को लेकर दर दर भटकने के बाद अब शहीद स्मारक के पास धरने पर बैठ गए हैं.
ये भी पढ़ें- Cyber Crime in Dhanbad: धनबाद में दो साइबर अपराधी गिरफ्तार, फर्जी कॉल और SMS के जरिए लोगों को बनाते थे शिकार
बीसीसीएल के अधिकारियों पर मनमानी का आरोप
मृतक के परिजनों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मजदूर संगठन बीसीकेयू के केंद्रीय सचिव जेके झा ने धनबाद बीसीसीएल के अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के मुख्यालय कोयला भवन के अधिकारी अपने ही कर्मी को नियोजन देने में आनाकानी कर रहें हैं. ऐसा लगता है उन्हें कंपनी में नही बल्कि उन्हें घर से एक नियोजन देना है. जिस बीसीसीएल कर्मी ने जिदंगी भर जीएम से लेकर हर विभाग के अधिकारियों के ऑफिस का कचरा साफ किया. आज उसके आश्रित को कंपनी में एक नौकरी तक नही दी जा रही है.
ड्यूटी के दौरान राथु हांडी की हुई थी मौत
उन्होंने बताया कि बीसीसीएल मुराईडीह कोलियरी में राथु हांडी स्वीपर के पद कार्यरत था. साल 2014 में ड्यूटी के दौरान उसकी तबियत बिगड़ी गई. इलाज के दौरान राथु की अस्पताल में मौत हो गई थी. राथु की मौत के बाद पत्नी बिंदा देवी अपने बेटे मृत्युंजय हरि की नौकरी को लेकर कई बार आवेदन दे चुकी है लेकिन कंपनी के द्वारा नौकरी नहीं दी जा रही है. कंपनी के अधिकारियों के रवैये से नाराज होकर मृतक की पत्नी बिंदा देवी और बेटा मृत्युंजय हरि अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. नियोजन नही मिलने पर भूख हड़ताल जारी रहेगी।