रांची: खनन के बाद मिलने वाले कोयले की क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए एचईसी ने एनएलडब्ल्यू कोल वाशरी मशीन (NLW COAL WASHERY) का निर्माण किया है. कोल वाशरी मशीन (Coal Washery Machine) में कोयले को अच्छी क्वालिटी का बनाने के लिए पांच चरण के कोल वाशिंग सर्किट वाले आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है. इस पूरे प्रोजेक्ट के निर्माण का श्रेय एचईसी को जाता है. प्रोजेक्ट में इंजीनियरिंग, डिजाइनिंग और मशीनरी की खरीद एचईसी के द्वारा की गई है. एचईसी के इंजीनियरों की टीम ने बीसीसीएल (BCCL) के सहयोग से इस प्रोजेक्ट पर काम किया.
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धनबाद के बाघमारा में एचईसी द्वारा निर्मित एनएलडब्लू कोल वाशरी (NLW COAL WASHERY) का उद्घाटन किया गया. इस कोल वाशरी मशीन से कोयले को खनन के बाद पांच चरण में धोकर उत्तम क्वालिटी का बनाया जा सकता है. मशीन का उद्घाटन भारत सरकार के कोयला खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ऑनलाइन किया.
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एचईसी(HEC Ranchi) के अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना की कुल लागत 263 करोड़ है. पूरे प्रोजेक्ट में 262.99 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं. एचईसी के इंजीनियरों की टीम ने बीसीसीएल के सहयोग से राष्ट्रीय महत्व के प्रोजेक्ट पर काम किया. इतने बड़े प्रोजेक्ट के लिए अत्याधुनिक मशीनरी का निर्माण निश्चित रूप से एचईसी के मजदूरों के मनोबल को बढ़ाता है. जो कि एचईसी के गिरते हालात को सुधारने में सहयोग करेगा.