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नीरज सिंह हत्याकांड में आरोपी शूटर व साजिशकर्ता को अलग-अलग जेल में शिफ्ट करने के मामले में सुनवाई, जेल प्रशासन को करना पड़ेगा इंतजार

नीरज सिंह हत्याकांड में आरोपी शूटर और साजिशकर्ता को अलग-अलग जेल में शिफ्ट करने के लिए अभी जेल प्रशासन को इंतजार करना पड़ेगा. कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते हुए अगली तारीख मुकर्रर कर दी है.

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 14, 2023, 8:57 PM IST

धनबाद: नीरज सिंह हत्याकांड में शूटर और साजिशकर्ता को अलग अलग जेलों में शिफ्ट करने के लिए जेल आईजी के आदेश के आलोक में जेल प्रशासन ने कोर्ट से अनुमति मांगी थी. कोर्ट से फिलहाल अनुमति नहीं मिली है. इसके लिए कोर्ट ने अगली तारीख मुकर्रर कर दी है. अब अगली सुनवाई के बाद ही मामले में फैसला आ सकेगा. जेल प्रशासन को अभी इसके लिए और इंतजार करना पड़ेगा.

नीरज सिंह हत्याकांड मामले में बचाव पक्ष के अधिवक्ता मो जावेद ने बताया कि पिछले दिनों इस मामले से जुड़े आरोपी पिंटू सिंह केस की अलग सुनवाई करने की अपील की थी. जिस पर निचली अदालत ने मामले को अलग कर दिया था. केस अलग होने के बाद नीरज हत्याकांड में केस के सूचक अभिषेक सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. जिस पर सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने नीरज सिंह हत्याकांड में कार्रवाई पर स्टे लगा दिया था. अधिवक्ता मो जावेद की इस दलील पर कोर्ट ने सुनवाई के लिए अगली तारीख मुकर्रर कर दी है. जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिलेश कुमार की अदालत में सुनवाई हुई है.

बता दें कि धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्या को अंजाम देने वाले शूटर सागर सिंह उर्फ शिबू, सोनू उर्फ कुर्बान, लाइजनर की भूमिका निभाने के आरोपी पंकज सिंह व डब्ल्यू मिश्रा को धनबाद से दूसरे जेल में शिफ्ट करने की तैयारी है. जेल प्रशासन ने मंगलवार को कोर्ट में आवेदन दिया था. धनबाद जेल के प्रभारी अधीक्षक ने जेल आईजी के निर्देश पर शूटर सागर उर्फ शिबू सिंह को कोडरमा, सोनू उर्फ कुर्बान को गुमला, पंकज सिंह को जामताड़ा, डबलू मिश्रा को साहिबगंज जेल, जबकि जैनेंद्र सिंह उर्फ पिंटू को घाघीडीह जेल जमशेदुपुर भेजने की अनुमति मांगी थी.

कोर्ट को दिए आवेदन में तीन दिसंबर को जेल में बंद अमन सिंह की हत्या के बाद इसके प्रतिशोध में अमन के सहयोगियों द्वारा जेल में हिंसक घटना को अंजाम देने की आशंका जताई गई है. इसलिए जेल आईजी के आदेश के आलोक में इन बंदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट करने की अनुमति मांगी गई थी.

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